जयपुर। कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा ने अब जनसंघर्ष का ऐलान कर दिया है, जो चुनावों तक जारी रहेगा। भाजपा नए जिलों की घोषणा, ग्राम पंचायत समितियों की घोषणा,ओपीएस, किसानों के मुद्दे, जमीन के मुद्दे, बिजली के मुद्दे सहित कई मुद्दों पर कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। आज उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें उन्होंने जन संघर्ष का ऐलान किया।
पूरी तरह से फेल हो चुकी है कांग्रेस सरकार
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आचार संहिता आज से 7 महीने दूर है। हमने सरकार के खिलाफ पहले जनाक्रोश यात्रा की है अब इस जनाक्रोश यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो चुका है जो 15 मार्च से शुरू हुआ था, यह 5 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान विधानसभा सत्र भी चला। इसमें कई बड़े सम्मेलन हुए। हमने सभी जिलों के भीतर वहां के लोकल मुद्दे उठाए। कांग्रेस सरकार के राज में अपराध और अपराधी दोनों ही बेलगाम हो चुके हैं। बेरोजगार, माफिया, किसान, महिलाओं के मुद्दे पर सरकार पूरी तरह से फेल नजर आई है। इन मुद्दों के विरोध में हम जिला मुख्यालय पर जन आक्रोश अभियान के तहत घेराव कर रहे हैं।कलेक्ट्रेट का घेराव कर रहे हैं। जहां अलग-अलग सम्मेलनों में नेता जाएंगे, सरकार की अराजकता को दिखाएंगे घर-घर तक सरकार की कारगुजारी उनको पहुंचाएंगे।
25 सितंबर वाले मामले के डर से नहीं बुलाई विधायक दल की बैठक
राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसे सत्तारूढ़ पार्टी देखी है जो अपने विधानसभा के सत्र में विधायक दल की बैठक तक नहीं बुला पाए। उन्होंने कहा कि 25 सितंबर 2022 को जो विधायक दल की बैठक में त्यागपत्र देने का नाटक हुआ और कांग्रेस के आलाकमान के दूतों का अपमान हुआ। यहां तक कि यह मामला हाईकोर्ट भी चला गया। इस डर से सरकार ने विधायक दल की मीटिंग नहीं बुलाई। वरना मैं देखता हूं हर बजट सत्र से पहले मीटिंग होती है, अब तो कांग्रेस के नेता सचिन पायलट भी विधायक दल की बैठक की मांग उठा रहे हैं।
सीमाओं का पता नहीं, नए जिलों की घोषणा कर दी
राजेंद्र राठौड़ ने 19 जिलों के गठन पर कहा कि सरकार ने बिना प्रशासनिक वैधानिकता और नियमों के इन 19 जिलों की घोषणा कर दी है। इन जिलों के गठन के लिए राम लुभाया कमेटी बनाई गई थी। जिसके रिपोर्ट आ गई थी लेकिन उस अंतिम रिपोर्ट पर उन्होंने जो सुझाव दिए गए उन्हें धता बताते हुए उन्होंने सिर्फ चुनावी मौसम में वोट बटोरने के लिए जल्दबाजी में यह घोषणा कर दी। नियमों के तहत सरकार को जिला बनाने का अधिकार होता है लेकिन जिला घोषित तभी किए जाते हैं जब जिले की सीमाओं का निर्धारण हो। यह पहला मौका है जब न सीमाओं का अता-पता है लेकिन जिला बना दिए गए।
कुचामन और डीडवाना में इस मांग को लेकर चर्चा छिड़ गई है कि कुचामन जिला बनेगा या डीडवाना जिला बनेगा। उसी तरह कोटपुतली और बहरोड़ की आपस में दूरी 35 किलोमीटर की है इनमें भी कशमकश चल रही है कि आखिर जिला कौन बनेगा। यही नहीं अब तो पर्यटक पूछते हैं कि भाई राजस्थान की राजधानी क्या है, इन्होंने जयपुर और जोधपुर को दो-दो टुकड़ों में बांटकर उत्तर दक्षिण के नाम पर जिले बना दिए हैं। उससे इन्होंने जिलों के साथ शहर के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने ग्राम पंचायतों को जिला घोषित कर दिया। यह और कुछ नहीं बस अपने जनाधार को ढूंढने की कोशिश कांग्रेस कर रही है।
राज्य में वैमनस्यता बढ़ा रहे हैं
कांग्रेस की इन्हीं अनर्गल घोषणा के चलते आज आज की तारीख में 7 शहरों में बंदी का माहौल है। कई कई शहरों में तो 3-4 दिनों से लगातार बंदी चल रही है। यह सिर्फ और सिर्फ राज्य में वैमनस्यता का वातावरण बनाने का काम कर रहे हैं। हालत यह हो गए हैं कि अब तो डॉक्टर पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। डॉक्टर अपना हक मांग रहे थे और ये उन पर लाठियां बरसा रहे हैं। मैंने भी विधानसभा में कहा कि आप पहले स्वास्थ्य इंतजामों को बदहाल कीजिए, स्वास्थ्य संरचना को मजबूत कीजिए हमारे पास जब फैकल्टी ही नहीं है। आप यह कैसे कर सकते हैं।
मैंने उदाहरण दिया कि आईसीयू में भर्ती महिला के पलक चूहे कुतर जाते हैं, सिरोही में मां के साथ सोए हुए बच्चे को कुत्ते नोच ले जाते हैं, अस्पताल के सामने नवजात शिशु को कुत्ते उठा ले जाते हैं। पहले यह चिरंजीवी की बात करते हैं। चिरंजीवी में जो स्टेकहोल्डर हैं अस्पताल में 60 प्रतशित क्लेम निजी अस्पताल के हैं जो आज लगातार तीसरे दिन बंद है। मरीजों का जीवन संकट में आ गया है।
जिन मंत्री या विधायकों ने इस्तीफा देने की धमकी दी, उनके क्षेत्रों को जिला बनाया
एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोला और कहा कि इन्होंने तो इसका वादा अपने जन घोषणापत्र में किया था लेकिन यह घोषणा करके भूल जाते हैं और फिर इन्हें तब याद आ जाता है जब इन पर दबाव डाला जाता है और मैं आपको बता दूं कि यह मेरा आरोप है कि जिस भी विधायक या मंत्री ने सीएम साहब को यह धमकी दी है कि वे इस्तीफा दे देंगे उन्हीं उन्हीं के क्षेत्रों को जिला बनाया गया है। इसके विरोध में आज कांग्रेस के ही आधा दर्जन विधायकों ने सीएम को चेतावनी दे दी है अलग-अलग समय पर। यह सरकार अंतर्द्वंद में फंस चुकी है। ये ERCP की बात करते हैं। ये कहते हैं कि वह 2051 तक की ERCP प्रोजेक्ट को पूरा कर देंगे। जो इनकी कथनी और करनी को दिखाता है। इन्होंने पिछली बार ईआरसीपी के लिए 9600 करोड़ों की घोषणा की थी, जिसमें से अब तक सिर्फ 12 सौ करोड़ खर्च हुए हैं। यह सिर्फ और सिर्फ वोटों को लूटने की कोशिश कर रहे हैं।
किसानों की जमीनें नीलाम हो रहीं है..ये सेटलमेंट में लगे हैं
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार ने जवाब देह कानून का वादा किया था कि इस सत्र में जवाब देह कानून पेश किया जाएगा लेकिन पूरा सत्र निकाल लिया वह कानून का नाम तक नहीं लिया गया। किसानों की जमीन नीलाम हो रही हैं आज 3 लाख 80 हजार किसानों के 6000 करोड़ से ज्यादा राशि बकाया है जो नेशनल बैंकों में उनके खाते एनपीए हो गए हैं। इधर सरकार कहती है कि वन टाइम सेटेलमेंट कर रहे हैं 90% बैंक पैसा दे दे और 10% हम देने को तैयार हैं। लेकिन नियमों में है कि अगर किसान के खाते NPA हो जाते हैं या वह डिफाल्टर हो जाता तो उसकी जमीन नीलाम होगी। इसका जवाब सरकार क्यों किसानों को नहीं दे रही है।
अपने संसाधनों ले GPF में डाले पैसा सरकार
OPS पर लेकर राठौड़ ने कहा कि वे इसके खिलाफ नहीं है लेकिन सीएम ने जो घोषणा की है जो फैसला लिया है कि जो 42 हजार करोड़ रुपए केंद्र सरकार और राज्य सरकार के अंशदान से मिलकर जमा है, वह उन्हें वापस मांग रहे हैं जो कि नियमों के खिलाफ है। सीएम ने जीपीएफ सिस्टम लागू करने की घोषणा की थी। कर्मचारी इससे अपना पैसा विड्रा कर सकते हैं लेकिन आज तक एक पैसा नहीं मिला है। मैं सरकार से अपील करता हूं कि खुद के संसाधनों से उसमें पैसा डालें।
अब तो CAG की रिपोर्ट में भी आ गया है कि सरकार की माली हालत बेहद खराब है, इतनी खराब है कि कोई घोषणा पूरी नहीं कर सकते हैं। इन्होंने 4 ग्राम पंचायत समिति की घोषणा की है जो नियमों के खिलाफ है। नियमों के तहत पहले एक महीने का नोटिफिकेशन जारी होता है तब तक ना समिति बन सकती है ना पंचायत बन सकती है लेकिन इन सब को धता बताकर घोषणा कर दी पंचायत की घोषणा कर दी।
सदन से सड़क तक जनसंघर्ष करेगी भाजपा
राजेंद्र राठौड़ ने कहा इन्हीं मुद्दों को लेकर भी जनता के बीच जाएंगे। अब भाजपा ने सदन और सड़क पर इन मुद्दों की लड़ाई शुरू कर दी है। हमारे कार्यक्रम के तहत 27 मार्च को जैसलमेर और प्रतापगढ़ में कलेक्ट्रेट का घेराव होगा। 26 मार्च को बारां में हजारों लोगों के साथ कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे और 31 तारीख को अलवर में कार्यक्रम होगा। 2 तारीख से हर जिले में जनाक्रोश अभियान चलाया जाएगा। हर जिले में चलाया जाएगा। हमने जन संघर्ष का ऐलान कर दिया है जो कि चुनाव तक जारी रहेगा। इन सब को देखते हुए लगता है कि अब कांग्रेस हार की ओर बढ़ चुकी है। कांग्रेस अपने पतन की ओर बढ़ चुकी है।