जयपुर। प्रधानमंत्री की जल जीवन मिशन योजना में ‘गांव की सरकारें’ ही बाधा बन रही हैं। राजधानी के ग्रामीण इलाकों के स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का सहयोग नहीं मिल रहा है। यही कारण है कि इन इलाकों में कई जगह मिशन से जुड़ी एक्टिविटी और वीडब्ल्यूएससी खाते नहीं खुल पाए हैं, जिसकी वजह से हर घर नल कनेक्शन में देरी हो रही है। गौरतलब है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर वीडब्ल्यूएससी के खाते खुलवाकर हर घर नल कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। दूसरी तरफ हर घर नल कनेक्शन योजना के तहत जयपुर जिले में केवल 44 प्रतिशत ही घरों में पानी का कनेक्शन पहुंच पाया। इनमें भी 6 तहसील ऐसी हैं जहां 35 प्रतिशत से भी कम घरों में पानी पहुंचा है, इनमें सबसे कम तूंगा 16.59 एवं सांगानेर में 21.02 प्रतिशत शामिल है।
खाता खुलवाने में यहां नहीं मिला सहयोग
जयपुर के कई ब्लॉक में मिशन के वीडब्ल्यूएससी के खाते खुलवाने में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के लोगों का समर्थन नहीं मिल रहा है। इनमें ग्राम पंचायत कुड़ियों का बास के सरपंच और ब्लॉक विकास अधिकारी दोनों की यह खाता खुलवाने में दिलचस्पी नहीं है। दूसरी तरफ जमवारामगढ़, आंधी के अलावा गोविंदगढ़ ब्लॉक में सरपंच ने इस मिशन को स्वीकार करने से ही मना कर दिया है। अम्बेर ब्लॉक की अखेपुरा पंचायत के सरपंच भी मिशन से जुड़ा खाता नहीं खुलवा रहे हैं।
मिशन से जोड़ने के लिए ये की जाएंगी एक्टिविटी
अप्रैल महीने में जल जीवन मिशन से लोगों को जोड़ने के लिए स्थानीय टीम द्वारा अवेयरनेस रैली, नुक्कड़ नाटक, स्कुल रैली, डोर टू डोर सर्वे के अलावा प्रभात रैलियां निकाली जाएंगी। हर घर जल महोत्सव के लिए गांव- गांव जाकर जन जागरूकता फैलाने के साथ वीडब्ल्यूएससी के खाते खुलवाए जाएंगे। ऐसे क्षेत्र जहां पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा हो गया है, वहां सामुदायक भागीदारी एकत्रित की जाएगी। ग्रामीण समुदाय को जल जीवन मिशन के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा। इस संबंध में जयपुर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से कई बार बात करने की कोशिश की, मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया।
2024 तक हर घर नल का लक्ष्य
जयपुर जिले में 6 लाख 17 हजार 57 परिवार हैं। इनमें से 16 मार्च तक 2 लाख 75 हजार तीन सौ सैंतीस परिवारों को नल लगाया जा चुका है। मार्च तक 44.62 प्रतिशत हुए कार्य में सर्वाधिक कार्य फागी तहसील में 78.1 प्रतिशत तूंगा में सबसे कम 16.59 प्रतिशत काम हुआ है। इसके अलावा सांगानेर में 21.02, बस्सी 39.45,कोटपूतली 32.33 प्रतिशत काम पूरा हुआ है। गौरतलब है कि मिशन के तहत मार्च 2024 तक पूरे जयपुर में सभी घरों को नालों से जोड़े जाने का लक्ष्य रखा गया है।
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