केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने नई दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया। कोर्ट से बाहर आने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल से अशोक गहलोत मेरा नाम सोसाइटी के साथ जोड़ रहे हैं, जिसका ना तो मेरा और ना मेरे परिवार का लेना देना है। लगातार 3 सालों से हर मौके पर वे मेरा चरित्र हनन कर रहे हैं।
सीएम कहीं भी हों मेरा नाम उछाल देते हैं
शेखावत ने कहा कि अब चरित्र हरन की भी पराकाष्ठा हो चुकी है। सीएम कहीं भी हों चाहे वह विधानसभा में हों, चाहे किसी को बाइट दे रहे हों, सड़क पर चल रहे हों, किसी रैली में भाषण दे रहे हों, वह हर जगह मेरा नाम डालते हैं और इस कोऑपरेटिव सोसाइटी से जोड़ देते हैं। कहते हैं कि मैंने घोटाला किया है, गरीबों का पैसा खाया है, कितनी बार ये चरित्र हनन होगा। गहलोत ने जोधपुर में मुझे इस मामले में अभियुक्त करार दिया है, उन्होंने न सिर्फ मेरा चरित्र हनन करने की कोशिश की बल्कि मेरी दिवंगत मां को भी अभियुक्त करार दिया। जिसके चलते मैंने धारा 500 के तहत मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
सीएम ने शेखावत पर संजीवनी घोटाले का लगाया है आरोप
बता देंगे सीएम अशोक गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत पर संजीवनी घोटाले का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वह इस स्कीम से जुड़े हुए थे। उन्होंने कई गरीबों का पैसा खपा दिया है। इस संजीवनी कोऑपरेटिव कंपनी से शेखावत समेत उनके पूरे परिवार का एक-एक सदस्य जुड़ा हुआ है, सब घोटाले में शामिल रहे हैं। सीएम अशोक गहलोत ने उनकी दिवंगत मां पर भी घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है।
इसे लेकर आज सीएम गहलोत ने कहा था कि अच्छा है उन्होंने कोर्ट में केस दर्ज करा दिया, कम से कम यह मामला आगे तो बढ़ेगा, इस मामले की सुनवाई तो होगी, उन गरीबों का पैसा तो मिलेगा जो इन्होंने घोटाले में खपा दिया है।