Eco Friendly Holi: होली के त्योहार को लेकर लोगों में खूब उत्साह बना हुआ है। वहीं इस बार राजधानी जयुपर सहित कई शहरों में इको फ्रेंडली होली खेली जाएगी। लोग गोबर से बनी गुलाल से होली खेलेंगे। बता दें कि होली के त्योहार को लेकर गुलाबी नगरी जयपुर में विशेष तैयारियां चल रही है।
देश भर में यह त्योहार धूम-धाम से मनाया जाता है। वहीं इस बार धुलण्डी का त्योहार इको फ्रेंडली खेला जाएगा। रंगो के त्योहार होली को लेकर देशभर में तैयारियां चल रही है। बता दें कि इस बार केमिकल्स को लेकर खास ध्यान रखा जा रहा है। जयपुर में हर्बल गुलाल के साथ-साथ गोबर से बनी गुलाल भी बेची जा रही है।
इसका उद्देश्य केमिकल कलर्स के ट्रेंड को खत्म करना है। जिससे कि स्किन एलर्जी और केमिकल्स से जुड़ी बीमारियों से बचा जा सके। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस बार गोबर से गुलाल बनाया गया है। जो कि 100 प्रतिशत ऑर्गेनिक यानी जैविक है। वहीं होली को इको फ्रेंडली बनाने के लिए गौसेवा संगठनों और गोशाला प्रबंधन के प्रयास से शहर के कई स्थानों पर होलिका दहन भी गाय के गोबर से किया जाएगा।
राजधानी में बनाए गए गोबर वितरण केन्द्र
बता दें कि इसको लेकर जयपुर में 20 से 25 स्थानों पर गोबर वितरण केन्द्र बनाए गए हैं। जयपुर शहर की विकास समितियों ने भी होली पूजन में गोबर के इस्तेमाल का निर्णय लिया है। बता दें कि राजधानी के कई स्थानों पर धूमधाम से होली खेली जाती है। ऐसे में केमिकल्स वाले रंगो का प्रयोग करना हानिकारक हो सकता है। इसलिए इस बार कई स्थानों पर इको फ्रेंडली होली खेली जाएगी।