Manish Sisodia Arrested : दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को राउज एवेन्यू कोर्ट ने 4 मार्च तक की रिमांड पर भेज दिया है। CBI ने कोर्ट के सामने 5 दिन की रिमांड की मांग रखी थी। CBI ने कहा कि इस शराब घोटाले की साजिश बहुत ही सुनियोजित और गुप्त तरीके से रची गई थी।
कोर्ट में सिसोदिया की तरफ से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन ने CBI के इस रिमांड आवेदन का विरोध किया उन्होंने कहा कि अगर कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है, तो यह गिरफ्तारी का आधार नहीं हो सकता, किसी को इस तरह से गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। लेकिन कोर्ट ने अब सिसोदिया को 4 मार्च तक की रिमांड पर भेज दिया है।
इधर आप नेताओं का जोरदार विरोध प्रदर्शन जारी है। आप नेता संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि कांग्रेस का चरित्र BJP जैसा ही है, आपातकाल के समय कांग्रेस ने भी गिरफ़्तारियां की हैं,CBI-ED का दुरुपयोग किया है। जब सोनिया और राहुल गांधी पर CBI कार्रवाई करती है तो उसे फ़र्ज़ी बता देते हैं।
क्या है शराब घोटाले का मामला
दरअसल LG विनय सक्सेना के दखल के बाद दिल्ली में 1 अगस्त 2022 से पुरानी आबकारी नीति लागू हो गई है। इससे पहले दिल्ली सरकार ने साल 2021 में नई आबकारी नीति बनाई थी और लागू की थी जिसमें LG ने कई तरह के घोटाले गिना कर पुरानी आबकारी नीति पर वापस आने को कहा था। LG विनय सक्सेना के मुताबिक दिल्ली सरकार पर नई आबकारी नीति के तहत शराब लाइसेंसधारियों को पोस्ट टेंडर के तहत गलत लाभ पहुंचाने का आरोप है। इसके लिए दिल्ली सरकार ने 2010 की आबकारी नीति का उल्लंघन किया था।
सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ FIR हुई थी दर्ज
इस मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ CBI ने FIR दर्ज की थी। इनमें आबकारी अधिकारी, शराब डीलर्स, शराब कंपनियों के अधिकारियों, अज्ञात लोकसेवकों और निजी व्यक्तियों पर भी मामले में मामला दर्ज किया गया था। ये मामले धारा 120-B, 477-A और सेक्शन 7 के तहत मामले दर्ज किए गए। बता दें कि इन आरोपियों में आबकारी आयुक्त अरवा गोपी भी शामिल हैं।