भरतपुर के 2 लोगों की जिंदा जलकर मौत के मामले में अब सियासत गर्मा गई है। AIMIM के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपने राजस्थान दौरे के ठीक पहले कहा कि हिंदू राष्ट्र को मानने वाले लोगों ने ही जुनैद-नसीर को मार डाला। मैं इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। ओवैसी ने कहा कि हरियाणा के अंदर इतना बड़ा मामला हो गया और वहां की पुलिस ने कुछ नहीं किया। इधर राजस्थान में दो लोगों का अपहरण कर हत्या कर दी गई, उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती तो ये नहीं हुआ होता।
हरियाणा में आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण मिला
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जिन कथित गौरक्षकों ने इस घटना को अंजाम दिया है उन्हें हरियाणा में भाजपा का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। दो दिन पहले जुनैद और नसीर को राजस्थान के घात्मिका से अग़वा कर लिया गया था। आज उनकी जलाई हुई लाशें मिलीं हैं। अशोक गहलोत की पुलिस ने वक़्त पर कार्रवाई नहीं की और अभी तक मुजरिमों को गिरफ़्तार नहीं किया। मुजरिम जाने-माने गौ रक्षक हैं। जुनैद, नसीर के परिवारों के साथ इंसाफ़ होना चाहिए।
जाहिदा खान से पहले मुआवजे पर सहमति फिर मुकरे
इधर आज मंत्री जाहिदा खान ने पीड़ित परिवार और मेव समाज की पंचायत समिति से बातचीत की थी, जिसके बाद आखिर मुआवजे की सहमति बन गई थी, इस बातचीत में शवों का अंतिम संस्कार कराने पर भी सहमति बनी थी। लेकिन मंत्री जाहिदा के वहां जाने के बाद परिजन मुकर गए और मुआवजे की कम राशि बताकर शव का अंतिम संस्कार कराने से मना कर दिय़ा, जिससे आज शाम 4 बजे होने वाला अंतिम संस्कार नहीं हो पाया।
20-20 लाख रुपए पर हुई थी बात
बता दें कि सहमति के बाद मंत्री जाहिदा खान ने मीडिया को बयान दिया कि दोनों मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए आर्थिक सहायता दी गई है। 15-15 लाख रुपए सरकार और 5-5 लाख रु विधायक कोटे से दिए जाएंगे। 50-50 हजार रुपए की प्रधान की ओर से दिए जाएंगे। साथ ही बच्चों को 12वीं तक की फ्री पढ़ाई पर भी मुहर लगी थी। इसके अलावा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए हैं। पुलिस जल्द हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करेगी।