बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह मेघवाल इन दिनों सिर्फ राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे देश-दुनिया में सुर्खियों में बनी हुई हैं। वजह यह है कि उन्होंने थाईलैंड में आयोजित 39वीं महिला बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है। प्रिया सिंह ने गोल्ड जीतकर सिर्फ अपने देश और राज्य का नाम तो रोशन किया ही है। साथ ही साथ वे कई महिलाओं के प्रेरणा भी बन गई हैं। इसके अलावा उन्हें जो सबसे ज्यादा चर्चित बना रहा है वह है उनका अलहदा अंदाज। घूंघट से निकल कर बिकिनी तक के सफर को उन्होंने कड़े संघर्ष के साथ तय किया है।
दरअसल प्रिया सिंह मेघवाल राजस्थान की पहली महिला बॉडी बिल्डर हैं। वे बीकानेर के डूंगरगढ़ की रहने वाली हैं। वे अपनी सभी प्रतिस्पर्धाएं बिकनी पहनकर देती हैं जो कि उनका कॉस्ट्यूम है। जिसे लेकर कई लोग तरह-तरह के कमेंट भी कर रहे हैं। जिस पर प्रिया सिंह मेघवाल ने उन्हें जवाब भी दिया है।
प्रिया का कहना है कि बिकनी मेरा कॉस्ट्यूम है। किसी भी खिलाड़ी को आप मैदान में देखते हो तो आप उसे यूनिफॉर्म में देखते हो, तो मेरे लिए ऐसे सवाल क्यो उठ रहे हैं? मेरा कॉम्पटीशन ही बॉडी दिखाने का है तो उसे ढक कर कैसे दिखाया जा सकता है। मैं जब घर में होती हूं अपने समाज में होती हूं तो घूंघट में रहती हूं और जब अपने प्रोफेशन में रहती हूं तो मेरे कॉसट्यूम में रहती हूं। इसलिए लोगों को अपना नजरिया बदलने की जरूरत है।
बता दें कि प्रिया सिंह मेघवाल दो बच्चों की मां हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रिया सिंह मेघवाल की शादी सिर्फ 8 साल की उम्र में कर दी गई थी। उनका परिवार बेहद गरीब था। जिसके लिए प्रिया सिंह ने नौकरी के बारे में सोचा। उन्होंने नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें भी खाईं आखिर उन्हें एक जिम में उनके व्यक्तित्व के चलते जिम ट्रेनर की नौकरी मिल गई। जिम में रहते-रहते प्रिया सिंह ने अपनी बॉडी पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया।
इसके बाद उन्होंने साल 2018, 2019 और 2020 में मिल राजस्थान का खिताब भी अपने नाम किया है। बॉडी बिल्डिंग के करियर ने प्रिया को एक ऊंची उड़ान दी है। लेकिन थाइलैंड में खिताब जीतने के बाद जब वे कल जयपर आई थीं तो उना वैसा सम्मान नहीं हुआ जैसा उन्होंने सोचा था। एयरपोर्ट पर उन्हें बधाई देने के लिए और स्वागत के लिए सिर्फ उनके माता-पिता और उनके करीबी मौजूद थे।