अलवर। नगर परिषद कमिश्नर धर्मपाल जाट के खिलाफ पार्षदों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। हालत यहां तक पहुंच गए हैं कि अब कमिश्नर धर्मपाल जाट को सद्बुद्धि देने के लिए पार्षद अनूठे तरीके से विरोध जता रहे हैं। आज वार्ड नंबर ग्यारह के पार्षद देवेंद्र रसगनिया ने विरोध जताते हुए दंडोति लगाई। 6 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर कमिश्नर के चेंबर के चारों ओर हाथ में नारियल लेकर दो बार दंडवत लगाया।
कमिश्नर चैंबर से लेकर सड़क तक लगाई दंडोति
दंडवत लगाने के बाद पार्षद देवेंद्र रसगनिया नगर परिषद कमिश्नर के चेंबर के सामने बैठ गए। नगर परिषद आयुक्त जयपुर गए हुए हैं इसलिए वह दफ्तर नहीं आए। वहीं पार्षद देवेंद्र रसगनिया के साथ वार्ड नंबर दस पार्षद महेश कुमार नायक भी मौजूद थे। पार्षद देवेंद्र रसगनिया ने बताया कि आयुक्त को सद्बुद्धि देने के लिए यह दंडवत लगाई गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कमिश्नर ठेकेदारों की तरफदारी करते हैं और उनका पक्ष लेते हैं। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते।
आयुक्त पर लगाए गंभीर आरोप, विकास को मोहताज हो रहे कई वार्ड
पार्षद देवेंद्र ने कहा कि शहर में सड़के क्षतिग्रस्त पड़ी हुई हैं, जिनका निर्माण नहीं किया जा रहा। नालों की सफाई नहीं की जा रही है, कच्ची बस्तियों में पट्टे नहीं दिए जा रहे और ठेकेदार किसी भी पार्षद का कहना नहीं मानते। उन्होंने बताया कि दंडोति मन्नत के लिए मांगी जाती है। इसलिए हमारी मन्नत यह है कि कमिश्नर को सद्बुद्धि दी जाए। इधर पार्षद महेश कुमार नायक ने बताया कि अधिकारी पार्षदों का फोन नहीं उठाते। 4 माह से काम नहीं हो रहा है। वार्ड में जनता परेशान हैं, कमिश्नर से लेकर छोटे अधिकारी तक कोई भी पार्षदों की बात नहीं सुनता। जिससे इन दिनों अलवर शहर की हालात खराब हो रही है।
( रिपोर्ट- नितिन शर्मा )