पुलिस को चकमा देकर चंबल के बीहड़ों में फिर ‘गायब’ हुआ डकैत केशव गुर्जर

धौलपुर। कुख्यात डकैत केशव गुर्जर हर दिन अपना ठिकाना बदल रहा है। जिससे इन दिनों चंबल के बीहड़ों की आए दिन पुलिस खाक छान रही…

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धौलपुर। कुख्यात डकैत केशव गुर्जर हर दिन अपना ठिकाना बदल रहा है। जिससे इन दिनों चंबल के बीहड़ों की आए दिन पुलिस खाक छान रही है। आज फिर से केशव गुर्जर के चंबल क्षेत्र के ही किरार की ओलेट के जंगलों में लोकेशन मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने उसकी और उसके गैंग की धरपकड़ के लिए एनकाउंटर चलाया। लेकिन इस बार भी केशव गुर्जर और उसका गैंग चंबल के घने बीहड़ों का फायदा उठाते हुए फरार हो गया।

किरार की ओलेट जंगल में हुई मुठभेड़

जानकारी के मुताबिक धौलपुर एसपी धर्मेंद्र सिंह के निर्देश पर बाड़ी डीएसपी मनीष शर्मा के अधीन पुलिस टीम गठित की गई। जिसमें यशपाल सिंह थाना प्रभारी थाना सोने का गुर्जा मय जाप्ता, हीरालाल मीना थानाधिकारी थाना बाडी सदर मय जाप्ता, घनश्याम एएसआई व भँवर सिंह एएसआई प्रभारी क्यूआरटी टीम और मुकेश हैड कांस्टेबल, योगेश हैड कांस्टेबल प्रभारी डीएसटी टीम को डकैत केशव गुर्जर और उसकी गैंग के सदस्यों की तलाश के लिए लगाया गया।

दोनों तरफ से हुए 65 राउंड फायर

आज सोने का गुर्जा थाना प्रभारी यशपाल सिंह को जंगल किरार की ओलेट खिरकारी में इनामी डकैत केशव गुर्जर और उसके साथियों के छिपे होने की भनक लगी। जिस पर पुलिस टीम द्वारा सुबह करीब 10 बजे मौके पर पहुँची और घेरा बनाकर डकैतों के खिलाफ कार्रवाई की। जिसमें डकैत केशव गुर्जर गैंग और पुलिस टीम के बीच मुठभेड़ हुई। डकैतों ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से करीब 30-40 राउण्ड फायर किए। वहीं पुलिस टीम ने भी आत्मरक्षा में 26 राउण्ड फायर किए। इस दौरान डकैत केशव गुर्जर, शीशराम गुर्जर और बन्टी पंण्डित चम्बल नदी के घने जंगल एवं बीहड का फायदा उठाकर मौके से भागने में कामयाब हो गये। पुलिस अब लगातार इनकी तलास कर रही है और चंबल के इन बीहड़ों को छान रही है। मुठभेड़ को लेकर पुलिस ने डकैत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

बीती 4 नवंबर को भी हुई थी मुठभेड़

बता दें कि बीती 4 नवंबर को भी सोने का गुर्जा थाना इलाके के चंद्रपुरा गांव के पास पुलिस और केशव गुर्जर की मुठभेड़ हुई थी। जिसमें एसपी धर्मेंद्र सिंह नेतृत्व में पुलिस टीम और डीएसटी ने इस दस्यू गैंग पर फायरिंग की। इस जबरदस्त मुठभेड़ में दोनों ओर से करीब करीब 70 राउंड फायर किए गए। इस मुठभेड़ में केशव गुर्जर समेत उसके तीन अन्य साथी भी मौजूद थे। लेकिन केशव गुर्जर और उसके साथी हर बार की तरह इस बार भी पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गए। इससे भी पहले मार्च 2022 में भी और उससे पहले कई भी कई बार केशव सिंह गुर्जर को पुलिस पकड़ने की लाख कोशिश कर चुकी है। लेकिन हर बार पुलिस को चकमा देकर यह गैंग फरार हो जाता है।

3 राज्यों में वांछित है 1 लाख रुपए का इनामी केशव गुर्जर

आपको बता दें कि डकैत केशव गुर्जर राजस्थान, उतरप्रदेश और मध्यप्रदेश से वांछित है। जिसकी गिरफ्तारी पर कुल 1 लाख 15 हजार रूपये का ईनाम घोषित है। इसके भाई शीशराम गुर्जर की गिरफ्तारी पर 25 हजार रूपये तथा साथी बन्टी पंण्डित की गिरफतारी पर 5 हजार रूपये का ईनाम घोषित है। केशव सिहं गुर्जर राजस्थान के कुख्यात डकैतों की टॉप टेन सूची में चौथे नंबर पर है। जबकि उसका भाई शीशराम राजस्थान के 25 टॉपर डकैत की लिस्ट में शामिल है। केशव सिंह गुर्जर चंबल के बीहड़ में काफी खतरनाक वारदातों को अंजाम दे चुका है। पुलिस की लाख कोशिशों के बाद अभी तक ना केशव गुर्जर और ना ही उसकी गैंग का साथी पुलिस की पकड़ में आए हैं। इससे पहले साल 2020 में भी केशव गुर्जर को पकड़ने के लिए लगभग 1 महीने तक पुलिस बीहड़ों में केशव गुर्जर को तलाशते रहे लेकिन वह हाथ नहीं लग सका।

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