BJP Protest on Lumpy : लंपी बीमारी अब राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन चुका है और भाजपा इस मुद्दे को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इसकी बानगी आज भाजपा के विधानसभा पर हो रहे प्रदर्शन के तौर पर देखी जा सकती है। आज भाजपा ने प्रदेश कार्यालय से लेकर विधानसभा तक लंपी को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। विधानसभा पर पहुंचकर उन्होंने घेराव की भरपूर कोशिश की इस दौरान पुलिस और सुरक्षाकर्मियों से उनकी जोरदार झड़प भी हुई।
भाजपा के इस प्रदर्शन में हजारों की तादाद में कार्यकर्ता शामिल हुए। इसमें भाजपा युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, किसान मोर्चा सभी शामिल थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया तो प्रदर्शन के दौरान विधानसभा परिसरा के बाहर लगी बैरिकेडिंग पर चड़ गए थे। उन्हें पुलिस ने जबरन बैरिकेडिंग से नीचे उतारा।
पूनिया के अलावा कई कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पर चढ़ कर प्रदर्शन किया। पुलिस के लिए इस हंगामें को संभालने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस को भीड़ तितर -बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी करना पड़ा।
भाजपा के प्रदर्शन के प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी बैरिकेडिंग फर चढ़ना पड़ा था। लेकिन भाजपा कार्यकर्ता धक्के मारकर बैरिकेडिंग गिराने की जुगत में लगे हुए थे।
सतीश पूनिया ने प्रदजर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज सदन में लंपी पर चर्चा हो रही है। भाजपा का प्रतिनिधित्व करने के लिए उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ विधायक दल के साथ सरकार से लंपी पर जवाब मांग रही है। पूनिया ने कहा कि गोवंश पर टूटे इस कहर से पशुपालकों और किसानों का नुकसान हुआ है। पूनिया ने गहलोत सरकार से मांग की है कि जिन पशुपालकों या किसानों के पशुओं को नुकसान हुआ है उन्हें सरकार की तरफ से प्रति मवेशी 50 हजार रुपए की राशि दी जाए। इसके लिए भाजपा पूरे प्रदेश में जोरदार आंदोलन करेगी। और ये मांगे मनवा कर रहेगी।
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