Jaisalmer : राजस्थान के रामदेवरा में लोक देवता बाबा रामदेव (Ramdev) का सालाना मेला भादवा दूज (बाबा की बीज) पर सोमवार को शुरू हो गया। कोरोना महामारी के चलते यह मेला दो साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रहा है। राजस्थान के साथ साथ उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा सहित कई राज्यों से लगभग 35 लाख लोगों के पश्चिमी राजस्थान के लोक देवता बाबा रामदेव की समाधि पर दर्शन के लिए पहुंचने की उम्मीद है। बाबा रामदेव की जन्म तिथि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वितीया से एकादशी तक रामदेवरा मेले का आयोजन होता है। इस साल यह 29 अगस्त से सात सितंबर तक आयोजित होगा। इसके उपलक्ष्य में सोमवार सुबह मंगला आरती के साथ 638वें रामदेवरा मेले की विधिवत शुरुआत हुई।
इस अवसर पर बाबा की समाधि पर स्वर्ण मुकुट का प्रतिष्ठान किया गया। जैसलमेर की कलेक्टर टीना डाबी (IAS Tina Dabi) ने साम्प्रदायिक सद्भाव का संदेश देते हुए बाबा की समाधि की विधि विधान से पूजा-अर्चना की और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। मंगला आरती के अवसर पर पुजारी पं. कमल किशोर छंगाणी ने अतिथियों से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बाबा रामदेव जी की समाधि पर दूध, दही, शहद, इत्र एवं पंचामृत से अभिषेक करवाया और मेवा मिष्ठान एवं मिश्री का भोग लगाया गया। बाबा की समाधि पर नई चादर चढ़ाई गई। इतिहासकारों के अनुसार, तंवर राजपूत एवं संत रामदेव (Ramdevra) ने रूणीचा गांव में 33 साल की उम्र में 1459 ईस्वी में समाधि ली थी। उन्हें भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है और हिंदू, मुस्लिम, जैन तथा सिख उनके अनुयायी है।
सीएम ने की खुशहाली की प्रार्थना
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सोमवार को मसूरिया स्थित बाबा रामदेव मन्दिर पहुंचकर दर्शन किए। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंदिर में पूजा-अर्चना की। यहां मुख्यमंत्री ने प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। मसूरिया बाबा मन्दिर प्रबन्धक नरेन्द्र चौहान एवं अन्य प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का सूत की माला एवं दशु ाला पहनाकर स्वागत किया और उन्हें बाबा रामदेवजी (RamdevJi) की तस्वीर भेंट की। यहां बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओ ने मुख्यमं ं त्री का स्वागत किया। गौरतलब है कि यहां मसूरिया बाबा में मंदिर में लगने वाले मेले में काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालुओ की भारी तादाद को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने भी िवशेष व्यवस्थाएं की हैं।