मोदी@20 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी गई पुस्तक ‘मोदी @20 ड्रीम्स मीट डिलेवरी’ काे देश की बीस भाषाओं में प्रकाशित किया जाएगा। भाजपा जिलास्तर पर इस पुस्तक को लेकर चर्चाओं का आयोजन करेगी। तीन सितंबर को पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर इस पुस्तक को लेकर जयपुर में चर्चा करेंगे। पूर्व मंत्री व विधायक वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में बताया कि पुस्तक को मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री के 12 साल और 8 वर्ष तक प्रधानमंत्री के संवैधानिक पद के कार्यकाल पर 21 अलग-अलग क्षेत्र के जाने माने विशेषज्ञ ने लिखा है।
इनमें राजनीति (अमित शाह), खेल (पीवी सिंधु), कला (अनुपम खेर), अर्थशास्त्र (अरविंद पनगढ़िया), लोकप्रिय लेखक (अमीश त्रिपाठी और सुधा मूर्ति), प्रौद्योगिकी (नंदन नीलेकणी), डेटा विज्ञान (शनिका रवि), चुनाव विज्ञान (प्रदीप गुप्ता), स्वास्थ्य (डॉ. देवी शेट्टी), निजी, उद्यम (उदय कोटक), आध्यात्मिकता (सद्गुरु), राष्ट्रीय सुरक्षा (अजीत डोभाल) और कूटनीति (डॉ. एस. जयशंकर) शामिल हैं। 20 सितंबर को हिंदी व अक्टूबर तक सभी क्षेत्रीय भाषाओं में इस पुस्तक को प्रकाशित किया जाएगा।
पुस्तक 5 खंडों में
पूर्व मंत्री देवनानी ने बताया ‘मोदी@20 ड्रीम्स मीट डिलेवरी’ पुस्तक पांच खंडों में है, पहला खंड पीपल फर्स्ट (नागरिक आधारित), दूसरा खंड पॉलिटिक्स ऑफ यूनिटी एंड डेवलपमेंट, तीसरा खंड जनधन – इकोनाॅमी फॉर एवरीवन, चौथा खंड गवर्नेंस व सुशासन, व पांचवा खंड वसुधैव कुटुंबकम पर आधारित हैं।
पूरे विश्व ने माना पीएम मोदी का लोहा
पूर्व मंत्री देवनानी ने कहा कि संवैधानिक पद पर रहते हुए 20 साल पूरे करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी का लोहा पूरे विश्व ने माना। 20 सालों में भ्रष्टाचार के मामले में उन पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। मोदी विश्व के एकमात्र नेता है जो 1 दिन में 18 घंटे जनहित के काम में लगे रहते हैं, जिस प्रकार गांधी जी ने स्वतंत्रता के संग्राम को जनता से जोड़ा वैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने विकास यात्रा को जनता से जोड़ा, वो प्रधान सेवक हैं।
विश्व पटल पर वसुधैव कुटुंबकम का परिचय
पूर्व मंत्री देवनानी ने कहा कि भारत में वर्तमान युग को मोदी युग कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में महिला, पुरुष, गरीब, दलित, युवा, उद्यमी सबका सर्वांगीण विकास हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 में 100 से अधिक देशों को कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराकर विश्व पटल पर वसुदेव कुटुंबकम का परिचय दिया।