Pegasus Case : बहुचर्चित पेगासस जासूसी मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की। जिसमें कोर्ट ने तमाम दलीलों और रिपोर्ट्स को आधार बनाते हुए कहा कि जिन 5 मोबाइल फोन में पेगासस सॉफ्टवेयर के यूज करने के आरोप थे। रिपोर्ट में सामने आया है कि इन फोन्स में पेगासस के उपयोग के कोई सबूत नहीं मिले।
सुनवाई के दौरान बेंच के सामने 3 भागों में रिपोर्ट्स पेश हुई हैं जिनमें से दो रिपोर्ट तकनीकी समिति की थी, और दो रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस आरवी रवींद्रन के नेतृत्व वाली समिति की थी। इस समिति की रिपोर्ट को लेकर कहा गया था कि इस रिपोर्ट को अभी पब्लिक नहीं किया जा सकता।
फोन में मॉलवेयर..पेगासस के सबूत नहीं
वहीं तकनीकी समिति की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि इन पांच फोन में मॉलवेयर पाए गए हैं। जिससे साइबर सुरक्षा को खतरा बढ़ा जाता है। रिपोर्ट बताती है कि पेगासस से जासूसी (Pegasus Case) नहीं की गई है। इन मॉलवेयर्स के जरिए डेटा लीक हुए हैं। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम देखेंगे कि इस रिपोर्ट को कब जारी कर सकते हैं।
कोर्ट ने कहा कि तकनीकी समिति की रिपोर्ट के मुताबिक जांचे गए 29 मोबाइल फोन में पेगासस सॉफटवेयर के उपयोग के बारे में निर्णायक सबूत नहीं मिल हैं। इनमें से 5 फोन मॉलवेयर से प्रभावित पाए गए हैं। जिससे यह सुनिश्चित नहीं है कि इनमें पेगासस का यूज किया गया था।
क्या है पेगासस जासूसी मामला
देश की राजनीति में उस समय भूचाल आ गया था कि जब न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ था कि पेगासस सॉफटवेयर (Pegasus Case) को साल 2017 में भारत सरकार ने इजरायल से खरीदा था। इसके बाद साल 2021 में वॉशिंगटन पोस्ट और द वायर की रिपोर्ट में यह दावा किया कि पेगासस से भारत समेत कई देशों में वहां के नेताओं, पत्रकारों की कॉल रिकॉर्डिंग की गई है। जिसके बाद विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। केंद्र पर विपक्ष के नेताओं और कई पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन टैप करने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में मामले की जांच करने की याचिका दायर की गई थी।
क्या है पेगासस सॉफ्टवेयर
दरअसल पेगासस सॉफ्टवेयर एक ऐसा एप्लीकेशन है जिसे अगर सी स्मार्ट फोन में इंस्टाल कर दिया जाए तो कोई भी हैकर उस फोन के मैसेज, ऑडियो, ईमेल, टेक्सट मैसेज और कैमरा की जानकारी ले लेता है। हालांकि भारत ने इजरायल से पेगासस खरीदा है या नहीं इसकी कोई आधिकारिक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।