ओबीसी आरक्षण विसंगति मामले में सूरतगढ़ में आंदोलन

ओबीसी आरक्षण में विसंगति के विरोध में मंगलवार को श्रीगंगगानर के  सूरतगढ़ में ओबीसी आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने पूर्व घोषणा के तहत महापड़ाव डाल …

harish.... | Sach Bedhadak

ओबीसी आरक्षण में विसंगति के विरोध में मंगलवार को श्रीगंगगानर के  सूरतगढ़ में ओबीसी आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने पूर्व घोषणा के तहत महापड़ाव डाल  दिया। इस महापड़ाव में पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी भी शामिल हुए। चौधरी ने महापड़ाव को संबोधित करते हुए राज्य सरकार की कार्यशैली पर निशाना साधा। उन्होंने अपने भाषण में महाभारत में कौरवों और पाण्डवों के बीच हुए विवाद का उदाहरण देते हुए आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। चौधरी ने कहा कि महाभारत में भी शांति से मांगने पर पांच गांव भी नहीं मिले थे। हमें यह याद रखना होगा। महापड़ाव में राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील, पूर्व विधायक गंगाजल मील सहित कई नेता और हजारों की संख्या में आसपास के इलाकों से छात्र और युवा पहुंचे हैं।

‘महाभारत में भी शांति से मांगने पर नहीं मिला था अधिकार’

चौधरी ने कहा कि ओबीसी अभ्यर्थियों के साथ चार साल से अन्याय हो रहा है। राज्य सरकार को इसका समाधान करना चाहिए। अगर अफसर आना-कानी दिखाते हैं और सरकार इस मामले पर जल्द एक्शन नहीं लेगी तो अभ्यर्थी सड़कों पर आंदोलन के लिए उतरेंगे। इसी कड़ी में मंगलवार श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ में हजारों ओबीसी अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं। पूर्व मंत्री ने अपने ट्विटर पर भी आंदोलन का संकेत देते हुए एक शेयर से राज्य सरकार पर तंज कसा। चौधरी ने लिखा कि कितने हिस्सों में बांट दिया है कि मेरे हिस्से में कुछ नहीं रहा। इससे पहले चौधरी ओबीसी अभ्यर्थियों की अगुवाई में 8 अगस्त को सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन कर सरकार को जल्द हल निकालने की चेतावनी दे चुके हैं। इस मामले को लेकर हरीश चौधरी दो बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिल चुके हैं।

सर्कुलर को तुरंत वापस लेने की मांग

आंदोलनकारियों की मांग थी कि कार्मिक विभाग का 17 मार्च, 2018 का परिपत्र रद्द हो, 2018 के सर्कुलर से अब तक हुए नुकसान का छाया पद सृजित कर उसकी भरपाई की जाए। प्रक्रियाधीन भर्तियों का परिणाम और नियुक्तियों पर रोक लगे। रोस्टर प्रणाली को प्रभावी रूप से लागू किया जाए।

भाजपा MLA बोले- चौधरी सरकार में मालिक

कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री चौधरी के आंदोलन में शामिल होने को लेकर सूरतगढ़ के विधायक रामप्रताप कासनिया ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हरीश चौधरी सरकार के नुमाइंदे है। इनकी सरकार है, इनको आंदोलन की आवश्यकता क्या है? ये सरकार के मालिक हैं, बिना आंदोलन के समस्या समाधान करवाना चाहिए।  विधायक कासनिया ने कहा कि ओबीसी आरक्षण में विसंगति को दूर करना सही मांग है।

चिड़िया की भांति आग बुझाएंगे: चौधरी

पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राजस्थान सरकार हमारी है, लेकिन हमारी सरकार होने के बावजूद न्याय का लोकतांत्रिक माध्यम यही है कि हम इन लोगों के साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा कि ओबीसी वर्ग के जंगल में आग लगी है और हम सरकार के नाम पर घूंघट ओढ़ कर बैठ जाएं या फिर चिड़िया के भांति उस आग को बुझाएं।






			
							

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