Lumpy Skin Disease : इंसानों में कोरोना की तरह पशुओं में लम्पी वायरस का कहर भी राजस्थान में बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में अब तक 6,44,063 पशु लम्पी स्किन डिजीज की चपेट में आ चुके हैं। वहीं अब तक 27,308 पशुओं की मौत हो चुकी है, लेकिन विभाग संक्रमणॉ रोकथाम के लिए धीमी गति से काम कर रहा है। इसका खामियाजा प्रदेश के पशुपालकों को उठाना पड़ रहा है। वैक्सीनेशन के लिए निर्देश दिए एक माह से अधिक का समय हो गया, लेकिन अभी भी मात्र 3 जिलों में शुरू किया गया है। वहीं विभाग अब प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब 500 पदों पर डॉक्टर्स और पशुधन सहायकों को अर्जेंट टेंपरेरी बेस पर लगाने की तैयारी कर रहा है।
राज्य के 31 जिलों में फैला संक्रमण
पशुपालन विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार सोमवार शाम तक प्रदेश के 31 जिलों में लम्पी से संक्रमित पशु मिल रहे हैं।सबसे अधिक लम्पी से ग्रसित पशु जोधपुर में 81,356, बाड़मेर में 72,936, गंगानगर में 73,868, बीकानेर में 56,021 हैं। वहीं जयपुर में 8103 पशु संक्रमित हो चुके हैं।मौत के मामले में सबसे अधिक गंगानगर में 4053 पशुओं की मौत हो चुकी है। जोधपुर में 2775, नागौर में 2576, हनुमानगढ़ में 2509, बाड़मेर में 2199, जालोर में 2054 और जयपुर में 274 पशुओं की मौत हो चुकी है।
तीन माह बाद यूटीबी पर निकाली भर्तियां
प्रदेश में लम्पी स्किन डिजीज के के स आए तीन माह हो गए, लेकिन विभाग अब गांवों में पशु चिकित्सकों और पशुधन सहायकों को लगा रही है। पशु चिकित्सक और पशुधन सहायकों की कमी को देखते हुए विभाग द्वारा रिक्त पदों पर यूटीबी पर भर्ती कर रही है। इसमें 24 और 25 अगस्त को पशुपालन विभाग में कैंडिडेट्स को एप्लिकेशन फॉर्म के साथ बुलाया है, जिसमें 300 पशुधन सहायकों को लगाया जाएगा। विभाग द्वारा हाल ही में निकाली गई 1136 पदों पर पशुधन सहायक भर्ती में पदों को बढ़ाकर 1436 किया गया है। वहीं 200 पशु चिकित्सकों को संविदा पर लगाया जाएगा।
दवा व वैक्सीन के लिए तीस करोड़ मंजूर
सीएम अशोक गहलोत ने लम्पी के लिए औषधि एवं वैक्सीन खरीदने के लिए 30 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। इससे पहले बिना टेंडर के जरूरत की दवाइयां खरीदने जैसे निर्णय किए जा चुके हैं। पशुपालन विभाग द्वारा वर्तमान में प्रदेशभर में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज से बचाव एवं रोकथाम के लिए जिलाधिकारियों को औषधि एवं वैक्सीन खरीदने के लिए पशुधन निशुल्क आरोग्य योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 30 करोड़ के अतिरिक्त प्रावधान का प्रस्ताव प्रस्तु किया था। इस प्रस्ताव के संबंध में सीएम द्वारा यह वित्तीय मंजूरी दी गई है।
फंड जारी होने के 1 माह बाद आई वैक्सीन
पशुओ को लम्पी स्किन डिजीज से बचानेके लिए कें द्र सरकार द्वारा गोट पॉक्स वैक्सीन की एडवाइजरी जारी करने के बाद भी राज्य सरकार और पशुपालन विभाग नींद में रहा।अब प्रदेश के 31 जिलों में संक्रमण फै लने के बाद वैक्सीनेशन शुरू कर रहा है। पशुपालन मंत्री लाल चंद कटारिया ने बताया की प्रदेश में गोट पॉक्स वैक्सीन की जरूरत करीब 25 लाख डोज की मानी गई है। इसमें 10 लाख, 70 हजार वैक्सीन का ऑर्डर दिया है। 5 लाख से ज्यादा वैक्सीन आ चुकी हैं। अजमेर, भरतपुर, बूंदी में वैक्सीनेशन स्टार्ट किया गया है। वैक्सीन लगभग 60 परसेंट इफेक्टिव है। यह अल्टरनेटिव अरेंजमेंट है।