Rajasthan News: अजमेर की आनासागर झील में शुरू हुआ डबल डेकर क्रूज, जानें टिकट, टाइमिंग और इसकी खूबियां

Rajasthan News: अजमेर की आनासागर झील में डबल डेकर क्रूज की शुरुआत हो गई है। यह भारत और राजस्थान का पहला इलेक्ट्रिक क्रूज है। क्रूज…

images 11 1 | Sach Bedhadak

Rajasthan News: अजमेर की आनासागर झील में डबल डेकर क्रूज की शुरुआत हो गई है। यह भारत और राजस्थान का पहला इलेक्ट्रिक क्रूज है। क्रूज का निर्माण 5 करोड़ रुपये में हुआ है और प्रति व्यक्ति 300 रुपये का टिकट है। यह क्रूज पार्टी या सेलिब्रेशन के लिए भी बुक किया जा सकता है।

यह क्रूज 45 मिनट तक झील में सैर कराएगा और पार्टियों या समारोहों के लिए भी बुक किया जा सकता है। यह देश और राजस्थान का पहला इलेक्ट्रिक क्रूज है, जिसका उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत ने शुक्रवार को किया।

अजमेर नगर निगम ने गीता मार्बल प्राइवेट लिमिटेड को इस क्रूज के संचालन का ठेका 67 लाख रुपये सालाना पर दिया है, जिसमें हर साल 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रावधान है। इस क्रूज के निर्माण में लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें प्रति व्यक्ति 300 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। गोवा की बोट क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने इस क्रूज का निर्माण किया है।

क्रूज का संचालन सुबह 11 बजे से रात 11 बजे तक किया जाएगा। इसमें 150 यात्रियों के अलावा क्रू मेंबर, रसोइया, कप्तान और अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे। सुरक्षा के लिहाज से क्रूज में 16 सीसीटीवी कैमरे और लगभग 200 लाइफ जैकेट रखे गए हैं। इसके अलावा, क्रूज के पीछे एक बचाव नाव भी चलेगी। क्रूज को चार्ज करने के लिए जेटी के पास ही चार्जिंग स्टेशन बनाया गया है।

यह डबल डेकर क्रूज दो मंजिला है। इसमें 150 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। क्रूज की लंबाई 8 मीटर और चौड़ाई 22 मीटर है। पहली मंजिल पूरी तरह से वातानुकूलित है। इसमें एक रसोईघर, महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग बाथरूम और एक डांस फ्लोर है। डांस फ्लोर पर डिस्को लाइट भी लगाई गई हैं। दूसरी मंजिल क्रूज का रूफटॉप है, जहां एक छोटी रसोईघर भी बनाई गई है।

गीता मार्बल प्राइवेट लिमिटेड के कंपनी प्रतिनिधि सुरेंद्र सिंह राव ने बताया कि यह क्रूज सौर ऊर्जा से चलेगा, हालांकि जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल करने के लिए जनरेटर की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि क्रूज में बने शौचालयों का पानी झील में नहीं जाएगा, बल्कि इसके लिए अलग से टैंक बनाए गए हैं। इन टैंकों को जेटी पर बने सेफ्टिक टैंक में खाली किया जाएगा