RAJASTHAN POLITICS: भाजपा की पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास ने लम्बे समय बीमार रहने के बाद आज दम तोड दिया. साथ ही यह संदेश भी दे दिया कि यदि कोई व्यक्ति ठान ले तो उसके लिए कुछ भी असंभव नही है. सूर्यकांता व्यास ने अपना जीवन पार्षद के रूप में शुरू किया और लम्बे समय तक विधायक रहकर जोधपुर के विकास के लिए जो गंगा बहाई उसके लिए लोग बरसो बरस तक पीढिया उनको याद करती रहेंगी. जोधपुर शहर और सूरसागर क्षेत्र में विधायक रहते हुए ऐतिहासिक काम कराए. सबसे बडी बात यह रही कि चाहे भैरोंसिंह शेखावत की सरकार रही हो,वसुंधरा राजे की सरकार या फिर अशोक गहलोत की सरकार रही हो,तीनो की सरकारों में उन्होंने विकास के कामों में कोई कसर नही छोडी. कांग्रेस और भाजपा के नेता उन्हे एक विकास का पर्याय माना करते थे. सूर्यकांता व्यास के निधन के बाद से सूर्यनगरी जोधपुर में शोक की लहर है.
यह रहा व्यास का राजनीति का सफर
गौरतलब है कि सूर्यकांता व्यास उर्फ जीजी ने वर्ष 1990 में जोधपुर पुराना शहर निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ा था. पार्षद से राजनीतिक शुरुआत करने वाली जीजी ने 1990, 1993 और 2003 के विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी. 2008 में सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ा और विजयी हुईं. 2023 नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव का टिकट जीजी को भाजपा ने नहीं दिया था. उनकी जगह देवेंद्र जोशी को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया था.सूर्यकांता व्यास के पति उमा शंकर व्यास सप्ला
मुख्यमंत्री ने पुत्र को फोन कर जताई संवेदनाएं
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सूर्यकांता व्यास के पुत्र शिवकुमार व्यास को फोन पर संवेदनाएं जताई है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी शोक व्यक्त किया है. साथ ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी श्रद्धांजलि दी है. वही पूर्व महाराजा गज सिंह ने भी संवेदनाएं व्यक्त की है. सूर्यकांता व्यास के परिवार के सदस्य व्यास के निवास पर पहुंचना शुरू हुए है. भाजपा नेता और कार्यकर्ता भी धीरे-धीरे व्यास के निवास पर आने लगे है. परिवार के कुछ सदस्य जोधपुर से बाहर गए हुए हैं. परिवार के सदस्यों के जोधपुर आने पर दोपहर बाद अंतिम संस्कार होगा.
पहली बार 1972 में बनी थी नगर परिषद सदस्य
जीजी 1972 में पहली बार नगर परिषद सदस्य बनी थीं. इसके बाद जीजी भाजपा जिलाध्यक्ष, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष बनीं.टिकट कटने के बाद सूर्यकांता व्यास ने कहा था- यह पार्टी का निर्णय है और वह देवेंद्र जोशी (भाजपा प्रत्याशी रहे) के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चुनाव में प्रचार में उतरेंगी और पार्टी के लिए सीट जिताएंगी.
मुख्यमंत्री ने जताई संवेदनाएं
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले ही जीजी से भेंट हुई थी. मेरे प्रति उनका अपार स्नेह और वात्सल्य सदैव बना रहा है. यह भाजपा परिवार के लिए भारी क्षति है.
शेखावत ने भी जताई संवेदनाएं
वही केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने भी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि मै ह्दय से दुखी हूं. प्रभु श्रीराम उनकी आत्मा को अपनी शरण प्रदान करे. परिवारजनों और समर्थकों को संबल भी प्राप्त हो.