देश के सबसे बड़े मंदिर में इतनी बड़ी चूक से पूरे देश के संतों में आक्रोश, एक संत ने दे दिया श्राप, ऐसा क्या हुआ जाने पूरा माजरा

TirupatiBalajiTample: देश के सबसे बड़े और प्राचिन मंदिरों में से एक तिरूपति बालाजी मंदिर में हुई इतनी बड़ी चूक ने तूल पकड़ लिया है. सिर्फ…

Fri 20 09 2024 13 08 00 1 | Sach Bedhadak

TirupatiBalajiTample: देश के सबसे बड़े और प्राचिन मंदिरों में से एक तिरूपति बालाजी मंदिर में हुई इतनी बड़ी चूक ने तूल पकड़ लिया है. सिर्फ ये बात आंध्र प्रदेश में ही नहीं बल्की पूरे देश में आग कि तरह फैल गई है. इस घटना से संत समाज में का​फि रोष देखने को मिल रहा है. जाने क्या है पूरा मामला…

क्या है पूरा मामला

आंध्रप्रदेश के तिरूपति बालाजी जो देश का सबसे बड़ा मंदिर है जहां लाखों लोग प्रतिदिन बालाजी के दर्शन के लिए आते है और उसके बाद प्रसाद के रूप में लड्डु को भोग पाते है. कुछ दिनाें पहले हुई लड्डुओं के प्रसाद की रिपोर्ट में पु​ष्टि हुई है कि प्रसाद बनाने में काम में लिए जाने वाले घी में मछली का तेल और जानवरों कि चर्बी इस्तेमाल में ली गई है. दरसल 9 जुलाई को मंदिर बोर्ड ने घी के सैंपल गुजरात स्थित पशुधन लैब (NDDB CALF Ltd.) भेजे और 16 जुलाई को लैब रिपोर्ट आई. इसमें एक फर्म के घी में मिलावट पाई गई.

मेरी सरकार आने के बाद इसपर रोक लगाई है- नायडू

हालांकि, 22 जुलाई को मंदिर बोर्ड ने बैठक की उसके बाद 23 जुलाई को घी के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे गए. इसकी रिपोर्ट 18 सितंबर को सामने आई. आंध्रपदोश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तत्काल प्रभाव से जगन रेड्डी की सरकार को कठघरे में खड़ा किया. नायडू सरकार ने कहा, पिछली जगन मोहन रेड्डी सरकार ने हिंदुओं की आस्था के साथ ​​खिलवाड़ कर मंदिर के पवित्रता को ठेस पंहुचाई है. नायडू ने कहा की मेरी सरकार आने के बाद इसपर रोक लगाई है, ये रिपोर्ट 9 जुलाई ​की है. जो भी दोषी होगा उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

भयंकर गुस्से में संत, दिया श्राप

तिरूपति बालाजी को लगाए जाने वाले लड्ड़ओं के भोग में मांसहारी चीजों की मिलवाट की पुष्टी हुई है. जिसके बाद से पूरे संत समाज में आक्रोश व्याप्त है. अयोध्या के एक संत ने मीडिया में बयान ​दिया की भोग कि जो जांच हुई है उसमें सपष्ट हो गया है कि चर्बी और मछली का तेल उपयोग में लिया गया है. वहां की सरकार को इस मामले का पता है या नहीं और कब से ये सब मिलाया जा रहा है. इस की पुरी पुष्टी हो चुकी है. मुझे लगता है की ये एक षडयंत्र है और सनातन धर्म के साथ बहुत कुठाराघात किया है. इस घटना पर सरकार को संज्ञान में लेकर जांच कर दो​षियों के ​खिलाफ ठोस कार्रवाई करें ताकि आगे ऐसा ना हों. तिरूपति बालाजी के प्रति लोगों में बहुत ही आस्था है. भक्त यहां दर्शन के लिए जाते है. जहां से वे लड्डु के रूप में प्रसाद लेकर आते है ऐसे में इन चीजाें का प्रसाद में मिलाना बहुत ही गलत है. ऐसे लोगों को सूली पर लटका देना चाहिए. क्षमा के लायक नहीं है ये बहुत बड़ा अपराध है. जो भी दो​षि है उनके लिए नरक अलावा कोई रास्ता नहीं है. भगवान इनको कभी माफ नहीं करेंगे.