Khatu Shyam Ji Temple: आज से बाबा श्याम का दो दिवसीय मासिक मेला शुरू हो गया है. भादवा माह कि शुक्ल पक्ष की जलझुलनी एकादशी पर देशभर के कौने-कौन लाखों श्रद्धालु खाटूश्याम जी आ रहे हैं. मेले का समापन कल द्वादशी को होगा. एकादशी पर लाखों श्याम भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए खाटूधाम आ रहे है. श्याम नगरी की हर गली बाबा श्याम के भक्तों से अटी नजर आ रही है. भक्त तोरण द्वार से अस्पताल चौराहा, खातियों का मोहल्ला, शनि मंदिर, कैरपुरा तिराहा, लामियां चौराहा, कुमावत कृषि फार्म से श्याम मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश दिया जा रहा है.
तोरण द्वार पर लगी सेल्फी कि होड़
श्याम भक्त बाबा श्याम के दर्शन कर अपने परिवार में सुख सम्रद्धि व व्यापार में बढ़ोतरी कि कामना करते नजर आ रहे है. बाबा श्याम के दर्शन कर हर कोई अपने आप को भाग्यशाली मान रहा है. बाबा श्याम के मासिक मेले में आ रहे श्रद्धालुओं का तोरण द्वार पर अधिक रूख देखने को मिल रहा है. हर कोई तोरण द्वार के सामने खड़ा होकर फोटो खिंचवाने में तो किसी में रील बनाने कि होड़ मची हुई है. भक्त तोरण द्वार पर पहले नतमस्तक होकर श्याम बाबा की पावन धरा पर शीश नवाते है.
जलझुलनी एकादशी पर शाम को निकलेंगी पालकी
बाबा श्याम की नगरी में जलझुलनी एकादशी पर खाटूश्याम जी में अनेक कृष्ण मंदिरों से झांकियां निकाली जाएगी. पालकी में भगवान को बैठाया जाएगा उसके बाद नगर भ्रमण करवाया जाएगा. इस दौरान भक्त पालकी के नीचे से मनोकामना लेकर निकलते है.
कौन है हारे के सहारे बाबा श्याम
बाबा श्याम ने श्री कृष्ण को शीश का दान दिया था जिनका वास्तविक नाम बर्बरिक है. शीश दान देने के बाद श्री कृष्ण ने उन्हे कलयुग में श्याम नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था और कहा था कि जैसे- जैसे कलयुग बढ़ेगा वैसे-वैस श्याम तुम्हारी प्रसिद्धि बढ़ती जाएगी. बाबा श्याम का शीश आज भी अजर अमर है. बाबा श्याम सभी के बिगड़े काम बनाते है. तभी पूरी दुनिया इनके दरबार में आती है.