सीकर जिले के इस गांव में 20 फीट गहरे गड्ढे में दबे चाचा और दो भतीजे, काफि समय तक ढूंढते रहे लोग फिर मिली लाशें

जयपु। टैंक की खुदाई के दौरान मिट्टी ढहने से तीन लोगों कि मौत हो गई. गड्ढा करीब 20 फीट गहरा था जिसमें शव दबे हुए…

Wed 11 09 2024 19 44 32 1 | Sach Bedhadak

जयपु। टैंक की खुदाई के दौरान मिट्टी ढहने से तीन लोगों कि मौत हो गई. गड्ढा करीब 20 फीट गहरा था जिसमें शव दबे हुए थे. जैसे ही ये सूचना मिली पुलिस व प्रशासदौड़आया. 45 मिनट कि मशक्कत के बाद तीनों के शव को बाहर निकाला गया. ये घटना सुबह 11 बजे के करीब कि है. जाने पूरी घटना का विवरण.

​डिप्टी एसपी ने क्या कहा

सीकर जिले के दांतारामगढ़ के राजनपुरा गांव में टैंक की खुदाई के दौरान मिट्टी ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई. करीब 20 फीट गहरे गड्ढे में दबे शवों को जेसीबी की मदद से बाहर निकालकर दांतारामगढ़ सीएचसी में रखवाया गया है. डिप्टी एसपी जाकिर अख्तर ने बताया कि मृतक रिश्ते में चाचा-भतीजे हैं.किशनसिंह (उम्र 40) भतीजे राहुल (उम्र 16) और विक्की उर्फ विकास (उम्र 15) निवासी राजनपुरा की मिट्टी में दबने से मौत हो गई है.

कैसे और कहां हुई घटना

गांव में ईश्वर बुरड़क के खेत में बने मकान में हौद बनाने के लिए खुदाई का काम चल रहा था, जो कि किशन सिंह और उसका बड़ा भाई रामसिंह कर रहे थे. काम करते वक्त मिट्टी का कटाव हुआ और किशन सिंह अंदर दब गया, जिससे रामसिंह के बेटे राहुल और विक्की दोनों मदद के लिए दौड़े और मिट्टी को हटाने में पिता की मदद करने लगे. इसी दौरान दोनों भाइयों की तरफ से मिट्टी का कटाव हो गया और दोनों गड्ढे में दब गए. तीनों के मिट्टी में दबने की सूचना के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे. इसके बाद करीब 45 मिनट तक जेसीबी की सहायता से तीनों को बाहर निकलने का प्रयास किया गया और कड़ी मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकालकर अस्पताल लेकर पंहुचे, जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. ग्रामीणों के अनुसार किशन सिंह और उसका भाई रामसिंह दोनों ही गांवों में हौद बनाने काम करते हैं. किशन सिंह के एक बेटा है, जबकि रामसिंह के दो बेटे थे और दोनों की ही इस हादसे में मौत हो गई.