जोधपुर सेंट्रल जेल में कैदी की मौत,परिजनों ने लगाया पुलिस पर ये बड़ा आरोप, कमिश्नर तक पहुंची बात

CRIME NEWS: तिहाड के बाद सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली जोधपुर की सेंट्रल जेल के एक विचाराधीन कैदी की रविवार को अस्पताल में ईलाज के…

jail | Sach Bedhadak

CRIME NEWS: तिहाड के बाद सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली जोधपुर की सेंट्रल जेल के एक विचाराधीन कैदी की रविवार को अस्पताल में ईलाज के दौरान मौत हो गई। इस मौत के पीछे बात की जाए तो मृतक विचाराधीन कैदी के परिवारजनों ने संदेह जताते हुए इसकी शिकायत बकायदा जोधपुर के पुलिस कमिश्नर को पत्र के माध्यम से की गई है। जोधपुर जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद एक विचाराधीन कैदी की एमडीएम हॉस्पिटल में मौत हो गई। कैदी की मौत को लेकर रविवार को परिजनों ने संदेह जताया है और इसको लेकर जांच की मांग की है। इधर, कैदी की मौत के बाद कांग्रेस नेता, राजेन्द्र सिंह सोलंकी, मनीषा पंवार सहित कई लोग महात्मा गांधी अस्पताल की मॉर्चरी पहुंचे। जहां मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है।

इस मामले में सजा काट रहा था अपराधी

आपको बता दे कि मृतक विचाराधीन कैदी जगदीश रंगा को धोखाधडी के मामले में चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मामले की जांच के बाद 25 अगस्त को उसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया था। 30 अगस्त को उसकी जेल में तबीयत खराब हो गई। जिसके चलते उसे एमडीएम हॉस्पिटल के ट्रॉमा वार्ड में भर्ती करवाया गया था। साथ ही उसके परिजनों को भी सूचना दे दी गई थी। जगदीश की तबीयत ज्यादा खराब होने से उसकी मौत हो गई। जहां उसे उसके शव को महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मॉर्चरी में रखवाया गया। जहां रविवार को मृतक के परिजनों ने पहुंचकर नारेबाजी की और इसमें जांच की मांग की है।

पुलिस कमिश्नर को दी शिकायत

इस मामले में मृतक जगदीश रंगा के भाई सुनील रंगा ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत लिखी है। उसमें उसके भाई की मौत पर संदेह जताया है। साथ ही शिकायत में लिखा है कि उसके भाई की मौत किस कारण से हुई और कब हुई इसकी परिवार को जानकारी है। मृतक के भाई ने इस मामले में स्पष्ट जांच की मांग की है।

कोर्ट के आदेश पर भेज दिया था जेल

चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थानाधिकारी नितिन दवे की माने तो मृतक जगदीश रंगा को एक धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसने उसके गिरफ्तारी की सूचना उसके दोस्त को देने के लिए कहा था। जिसके बाद उसके दोस्त व वकील भी थाने आ गए थे। पुलिस ने जांच के बाद 25 अगस्त को जगदीश को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया था। उसके बाद से वह जेल में सजा काट रहा था।