Rajasthan News जयपुर।: कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को पीएम मोदी ने 7 सीटे जिताने की जिम्मेदारी सौंपी थी। खासतौर पर दौसा और टोंक-सवाईमाधोपुर में सीट पर किरोड़ी की साख दांव पर लगी थी। मंत्री में चुनाव प्रचार-प्रचार के दौरान कई तरह के वादे और दावे भी किए थे। किरोड़ी ने कहा था कि अगर वह दौसा सीट नहीं जीता पाए तो इस्तीफा देकर प्याऊ पर पानी पिलाएंगे।
बीजेपी के दौसा सीट हारने के बाद किरोड़ी लाल ने एक्स पर ट्वीट किया-‘रघुकुल रीत सदा चली, आई प्राण जाए पर वचन न जाई।’ इसके बाद से किरोड़ी के इस्तीफा देने की चर्चाएं जोरों से शुरू हो गई। अब टोंक-सवाईमाधोपुर से चुनाव जीतने वाले कांग्रेसी नेता हरीश चंद्र मीणा ने किरोड़ी बाबा से इस्तीफा देने की मांग की है।
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अकेले किरोड़ी ही क्यों दें इस्तीफा?
हरीश मीणा ने चुनाव जीतने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कहा, ‘किरोड़ी लाल एक ईमानदार आदमी हैं और बात के धनी हैं। वह इस्तीफा जरूर देंगे। लेकिन अकेले वह ही इस्तीफा क्यों दें? हम तो जिम्मेदारों से भी इस्तीफा मांगेंगे।’ कांग्रेस नेता ने कहा-‘न तो मैं भविष्यवाणी करता हूं और ना मुझे भविष्य पता है। मुझे पता है तो बस इतना कि किरोड़ी लाल एक मजबूत और जिम्मेदार व्यक्ति हैं। आप सब देखना, वह इस्तीफा जरूर देंगे। उनका इस्तीफा खाली नहीं जाएगा। जब वह इस्तीफा देंगे तो पूरे देश का ठेका लेने वालों की भी तो जिम्मेदारी बनती है।
इस्तीफा तो हम जरूर मांगेंगे। किरोड़ी भले ही विरोधी पार्टी के हैं, मगर जुबान के पक्के हैं। दौसा में बीजेपी की हार को देखते ही सुबह ही ट्वीट कर दिया था-‘रघुकुल रीत सदा चली, आई प्राण जाए पर वचन न जाई।’ जब किरोड़ी इस्तीफा देंगे तो भाजपा दिल्ली से लेकर जयपुर तक सोचने पर मजबूर हो जाएगी।’
‘मेरी जीत में पालटका बड़ा हाथ’
हरीश मीणा ने कहा कि मेरी जीत में सचिन पायलट का बड़ा हाथ रहा है। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं तो पार्टी में सचिन पायलट के लिए असेट हैं। टोंक-सवाईमाधोपुर सीट पर मेरी जीत में पायलट साहब का महत्वपूर्ण योगदान है। पूरे देश में पायलट की मांग है, पहचान है, लोकप्रियता है, उनकी फैन फॉलोइंग है। पार्टी को उसका फायदा लेना चाहिए और पार्टी लेगी। इसके लिए मैं जगह हर मंच पर बोलूंगा। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
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‘यह ईमानदारी की जीत है’
हरीश चंद्र मीणा को 6 लाख 23 हजार 763 वोट मिले हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के सुखबीर सिंह जौनपुरिया को 5 लाख 58 हजार 814 वोट मिले हैं। परिणाम आने हरिश चंद्र मीणा ने कहा कि यह बीजेपी के अहंकार की हार है। यह ईमानदारी की जीत है। बीजेपी की यह हार उसके लिए भी लाभदायक होगी और उसको इस पर चिंतन भी करना होगा।