Rajasthan Lok Sabha Election 2024 : राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरणों में हैं। पहले चरण में 12 सीटों पर वोटिंग हो चुकी हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही दौसा हॉट सीट बनी हुए है। यहां से भाजपा ने कन्हैयालाल मीणा तो कांग्रेस मुरारी लाल मीणा पर दांव खेला है। लेकिन दौसा सीट पर असली परीक्षा सचिन पायलट और डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की होगी। दोनों दिग्गज नेताओं के साख पर दांव लगा है। पूर्वी राजस्थान में वर्चस्व की राजनीति को लेकर सचिन पायलट और किरोड़ी लाल मीणा के बीच अदावत किसी से छिपी नहीं है।
‘गुर्जर कार्ड चला तो फंस सकती है सीट’
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दौसा सीट को लेकर कहना है कि बीजेपी की यह सीट इस बार फंस सकती है। दरअसल, सचिन पायलट ने गुर्जर कार्ड का इस्तेमाल किया है अगर चल निकला तो राजस्थान की 4 सीटें कांग्रेस के खाते में जा सकती हैं। टोंक, दौसा, सवाई माधोपुर और कोटा-बूंदी और अजमेर। इन सीटों पर गुर्जर वोटर निर्णायक भूमिका में रहते रहे हैं।
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हालांकि, अभी तक सचिन पायलट ने अपनी किसी भी सभा में अपनी जाति का उल्लेख नहीं किया है। वह हमेशा ही समाज के प्रोग्रामों से दूर बनाते आए हैं। लेकिन जिस तरह से पायलट समर्थकों ने सोशल मीडिया पर गुर्जर वोटरों के लिए मुहिम छेड़ रखी है। उससे बीजेपी को नुकसान होने का अंदाजा है। दौसा की तरह ही टोंक और सवाई माधोपुर सीट के चौंकाने वाले परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
‘पायलट कैंप है भारी’
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस बार दौसा सीट पर पूरा ध्यान नहीं दिया है। किरोड़ी ने एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर प्रचार किया। इसके बाजवूद किरोड़ी की सभा में भीड़ कम रही है। यहीं वजह है कि बस्सी में आयोजित एक सभा में भीड़ नहीं जुटने पर किरोड़ी बाबा नाराज होकर मंच छोड़कर चले गए।
हालांकि, किरोड़ी दावा कर रहे है कि दौसा सीट बीजेपी के पास रहेगी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी पायलट के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब रही थी। यहां बीजेपी को 4 सीट पर तो कांग्रेस को एक सीट पर ही जीत मिली थी। यहां से कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा चुनाव जीते थे जो अब सांसद का चुनाव लड़ रहे हैं।
‘मंत्री पद छोड़ देंगे किरोड़ी?’
दौसा सीट पर किरोड़ी और पायलट की साख पर दांव लगा है। यहां से सचिन पायलट के पिता 5 बार सांसद रहे है। ऐसे में पायलट ने ताबड़तोड़ रैलियां की है। एक दर्जन से ज्यादा सभाएं की हैं। कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल कह चुके हैं अगर महुआ से बीजेपी हारती है तो वह मंत्री पद छोड़ देंगे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किरोड़ी लाल मीणा के लिए दौसा सीट की कितनी अहमियत रखती है।
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