Loksabha Election 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनावों के लिए माहौल गरमा गया है जहां पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया के बाद बीजेपी-कांग्रेस दोनों दलों के प्रत्याशियों ने प्रचार में जोर लगा दिया है. इसी कड़ी में सूबे में कोटा की सियासत में एक बड़ा भूचाल आ गया है जहां की राजनीति में लगातार हलचल बनी हुई है. बीते गुरुवार की रात जहां धुरविरोधी प्रह्लाद गुंजल और पूर्व मंत्री शांति धारीवाल के बीच सुखद मुलाकात की खबरों ने हर किसी का ध्यान खींचा तो दिन उगते-उगते एक बार फिर कलह के बादल घिर गए.
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को कोटा कांग्रेस कार्यालय में बैठक के दौरान दोनों नेता आपस में भिड़ गए और विवाद इतना तूल पकड़ गया कि गुंजल मंच छोड़कर चले गए. वहीं इस दौरान दोनों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर नारेबाजी भी हुई.मालूम हो कि गुंजल और धारीवाल की अदावत कई अरसे पुरानी है जहां दोनों सियासत में एक-दूसरे के धुरविरोधी रहे हैं.
दरअसल लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस कार्यालय में बैठक का आयोजन रखा गया था जहां बैठक के दौरान धारीवाल ने प्रह्लाद गुंजल को संबोधित करते हुए कहा कि अब तो आप कांग्रेस में आ गए हैं तो आप ये कहें कि आपने मुझ पर जो आरोप लगाए थे वो सब झूठे और गलत थे. उन्होंने आगे कहा कि आप ये भी कहें कि अब आप सेकुलर हो गए हैं. धारीवाल के ये कहते ही गुंजल ने टोका और वहां से चले गए.
“जो आरोप लगाए उन्हें साबित करो”
धारीवाल ने गुंजल की ओर से लगाए गए पुराने आरोपों का जिक्र छेड़ दिया और मंच से कहा कि आपको कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है तो अब आप हम सभी के उम्मीदवार हैं लेकिन मैं स्पष्ट कह रहा हूं कि आपने जो पहले मुझपर आरोप लगाए थे या तो साबित करो या सभी को कह दो कि सभी आरोप गलत हैं.
धारीवाल ने आगे कहा कि ये बात साफ होनी चाहिए क्योंकि लोगों के दिमाग में चल रहा है और बार-बार आकर मुझसे पूछते हैं. उन्होंने कहा कि हम नेतृत्व में साथ आगे बढ़ेंगे क्योंकि हमारे सामने वो बढ़ा दुश्मन और आदमी है जिसने कोटा के विकास को रोकने का काम किया है.
धारीवाल-गुंजल की पुरानी अदावत!
वहीं इसी मंच पर भाषण के दौरान पूर्व मंत्री धारीवाल ने आगे गुंजल को हिदायत देते हुए कहा कि आप कांग्रेस में तो आ गए हैं लेकिन कांग्रेस की विधारधारा सांप्रदायिक विरोधी है और उसे अब आपको अपनाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पहली शर्त यही है कि यहां आदमी सेक्युलर होना चाहिए क्योंकि यहां हिंदू-मुस्लिम नहीं चलता है. मालूम हो कि शांति धारीवाल और प्रहलाद गुंजल के बीच जमकर अदावत रही है जहां दोनों पुराने राजनीतिक विरोधी रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनावों में गुंजल और धारीवाल आमने-सामने चुनाव लड़े थे.