Lok Sabha Electon 2024 : जयपुर। कोटा प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस में मंत्री रहे अशोक चांदना ने शनिवार को कांग्रेस देहात के कार्यक्रम में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले नेताओं को लिफाफा राम बताया। उन्होंने दल बदलु नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जो जितने जोश से भाजपा में जा रहा है समझ लो उसे उतना ही भारी लिफाफा मिला है। उन्होंने कहा कि कोटा में तो लोगों को धमकाने का दफ्तर ही खुल गया है।
यह कार्यक्रम प्रहलाद गुंजल के सम्मान में कोटा के कांग्रेस कार्यालय में शाम 4 बजे आयोजित किया गया। इस दौरान चांदना ने कहा कि कोटा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा होने के बाद कुछ लोग असंतोष जाहिर करेंगे। कांग्रेस पार्टी छोड़कर जाएंगे। अचानक मोदी की नीतियों से प्रभावित होंगे।
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ऐसे नेताओं व कार्यकर्ताओं की धड़कने बढ़ते ही आप लोग समझ जाना लिफाफे बंट गए हैं। वो जितनी ताकत से जाएंगे, उतना ही बड़ा लिफाफा बंटा है। जो कांग्रेस छोड़कर जाए, ऐसे लोगों का नाम लिफाफा राम रख देना। उनको नाम से नहीं बुलाना, उनको परमानेंट लिफाफा राम बोलना है।
उन्होंने कांग्रेस के पूर्व नेताओं को निशाना साधते हुए कहा कि कई बार नेता चुनाव के समय दिन में तीन-चार घंटे विश्राम करते थे। कार्यकर्ताओं को लगता था कि उनकी इच्छा शक्ति नहीं है। हम वैसे ही दौड़ रहे हैं। कोटा बूंदी संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ता हताशा महसूस कर रहे थे। आज कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह देखने को मिल रहा है।
कार्यकर्ताओं की दो-दो हाथ करने की इच्छा है। इस बार कांग्रेस पार्टी ऐसा उम्मीदवार देगी जो विपक्षी पार्टी का धुआं निकाल देगा। इस बार संघर्ष महाभीषण होगा। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश मे लोगों को तोड़ने का काम किया जा रहा है। कोटा में तो एक दफ्तर सेट हो गया जो लोगों धमका रहा है।
ये मॉडल दिल्ली से चला आ रहा है। भाजपा की नीति दमनकारी है। उनके सामने जो भी नेता खड़े रहते हैं, उनकों डराने का काम करते हैं। अब नेताओं को तय करना है कि कौन डरता है और कौन मजबूती से खड़ा रहता है।
कार्यकर्ताओं की मेहनत सबसे बड़ी पूंजी: गुंजल
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रहलाद गुंजल ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल की सबसे बड़ी ताकत व पूंजी कार्यकर्ताओं की मेहनत है। उसके बदले कार्यकर्ता को सम्मान के अलावा कुछ नहीं चाहिए। मैंने इसको राजनीति में अपना स्वभाव बनाया है। उन्होंने कहा कि मेरे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद हो सकता है कांग्रेस पार्टी मुझे कोटा-बूंदी लोकसभा से उम्मीदवार बना दें।
हालांकि, यह निर्णय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को करना है, लेकिन इस निर्णय की संभावना मात्र से वार्ड के निचले स्तर कार्यकर्ता स्पार्क है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कीमत विश्वास की है। अगर यह विश्वास डोल गया तो फिर कुछ नहीं बचने वाला। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की आधारशिला और बुनियाद 140 करोड़ लोगों के विश्वास पर टिकी है। अगर सरकार के किसी भी प्रकार के आचरण से लोगों का विश्वास डोल गया तो लोकतंत्र चरमरा जाएगा। आज देश में इस प्रकार की स्थितियां बनती जा रही है।
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सांसद से असंतुष्ट है जनता
कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में गुंजल ने कहा 10 साल से कोटा संसदीय क्षेत्र की जनता स्थानीय सांसद से असंतुष्ट है। वह बदलाव लाना चाहती है। तलवंडी की एक सभा में सांसद ने कहा था कि अगर मैं कोटा में एयरपोर्ट नहीं ला सका तो बिरला एयरलाइंस चला दूंगा। अगर वो भी चला नहीं पाया तो 2019 का चुनाव नहीं लडूंगा। अब तो 2019 भी निकल गया। 2024 का चुनाव लड़ रहे हैं। सांसद को अपने दिए हुए बयान की गंभीरता का ही अंदाजा नहीं रहता।
वहीं कार्यकर्ताओं को लेकर गुजंल ने कहा कि कार्यकर्ता का विश्वास संगठन की प्राणवायु है। उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ता के विश्वास टूटने की नौबत आ जाए तो मैं वहां तक जाने के तैयार रहता हूं, मैं खुद टूट जाऊं, लेकिन विश्वास नहीं टूटने दूंगा। गुंजल का चाल, चरित्र, चेहरा जो कल था, वह आज भी है और कल भी रहने वाला है। कार्यकर्ताओं के भरोसे को बचाने के लिए खुद दांव पर लग जाऊंगा, लेकिन कार्यकर्ता का भरोसा नहीं टूटने दगा।