Electoral Bonds Case: लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद कांग्रेस ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर मोदी सरकार पर तीखा हमला किया है. दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में गुरुवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया और राहुल गांधी ने चुनावी चंदे को लेकर बीजेपी को घेरा. वहीं कांग्रेस नेताओं ने उनके बैंक खाते फ्रीज करने का भी गंभीर आरोप लगाया.
खरगे ने केंद्र सरकार को केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और चुनावी चंदों के मुद्दों पर घेरते हुए चुनावों में लेवल प्लेइंग फील्ड देने की बात कही. वहीं सोनिया गांधी ने कहा कि चुनावी बॉन्ड काफी गंभीर मसला है और चुनावों से पहले कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है.
लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव जरूरी – खरगे
मल्लिकार्जुन खरगे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव बहुत जरूरी है और जो लोग सत्ता में हैं उनका संसाधनों पर एकाधिकार नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल का संवैधानिक और न्यायिक एजेंसियों जैसे आईटी, ईडी, चुनाव आयोग पर प्रत्यक्ष या परोक्ष नियंत्रण है.
खरगे ने कहा कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के हस्तपेक्ष के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर जो सच सामने आया है वो काफी चिंताजनक और शर्मनाक है जिससे देश की छवि को काफी नुकसान पहुंचा है. खरगे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदा बॉन्ड को असंवैधानिक बताया है उससे सत्ताधारी दल को हजारों करोड़ रुपये से ज्यादा का चंदा मिला है और दूसरी ओर एक साजिश के तहत देश के मुख्य विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है.
खरगे ने कहा कि कोशिश की जा रही है कि हम पैसों के अभाव में बराबरी से चुनाव न लड़ पाएं जो कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को असहाय बनाकर चुनाव लड़ने में बाधा उत्पन्न करने को निष्पक्ष चुनाव कैसे कहा जा सकता है.
कांग्रेस को अपाहिज करने की कोशिश – सोनिया गांधी
वहीं इस दौरान कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा कि हम लोकतंत्र को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री कांग्रेस को अपाहिज और पंगु करने की कोशिश कर रहे हैं जो कि ये बेहद गंभीर मसला है और यह सीधा लोकतंत्र पर हमला है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का असर सिर्फ कांग्रेस पर ही नहीं पड़ा है बल्कि इसका असर हमारे लोकतंत्र पर भी पड़ता है.
सोनिया ने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों के लिए खाते में जनता से जो चंदा इकट्ठा किया है उन खातों से पैसे जबरदस्ती छीने जा रहे हैं. वहीं उन्होंने कहा कि चुनावी बॉन्ड जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक कहा है और उसके जरिए भाजपा को भारी लाभ हुआ है लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस की वित्तीय स्थिति को कमजोर करने की साजिश की जा रही है जो कि अलोकतांत्रिक है.