Lok Sabha Elections : राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियां अपनी पकड़ को मजबूत बनाने में जी-जान से जुटी है। पार्टी नेता बागी लोगों को मनाने में जुटे हुए जिससे प्रत्याशियों की जीत का रास्ता साफ हो सके। बीते दिनों शिव विधासनसभा क्षेत्र से विधायक रविंद्र सिंह भार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर बयान दिया है, जिसके बाद बीजेपी की सांसे फूल गई थी। इस बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविंद्र सिंह भाटी से मुलाकात कर उन्हें मना लिया है।
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दरअसल, रविंद्र सिंह भाटी बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर सियासी समीकरण बदलने की अहमियत रखते हैं। बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर रविन्द्र सिंह भाटी ने निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा था और आज वो विधायक हैं। बीजेपी ने बाड़मेर-जैसलमेर से कैलाश चौधरी को मैदान में उतारा है।
भजनलाल ने भाटी को मनाया
पहले बीजेपी ने निदर्लीय विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या को लोकसभा चुनाव ना लड़ने के लिए मना लिया था और अब रविंद्र सिंह भाटी को मना लिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भाटी से मुलाकात कर उसे बीजेपी में शामिल होने के लिए मना लिया है। लेकिन भाटी ने इसके लिए कुछ शर्तें रखी हैं, जिन्हें लेकर पार्टी में मंथन चल रहा है। इसके अलावा भाटी ने ये भी कहा कि मैं मेरे 36 कौम के लोगों से बात करूंगा, जिन्होंने मेरी मदद की थी। उनका क्या कहना है, वो कहेंगे मैं वैसा ही करूंगा।
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