जयपुर। राजस्थान की उप मुख्यमंत्री और पर्यटन, महिला-बाल विकास मंत्री दीया कुमारी से यूएन प्रतिनिधियों ने मुकालात की। यूएन प्रतिनिधियों ने उप मुख्यमंत्री से सचिवालय स्थित उनके कक्ष में मुलाकात कर कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की। बैठक में यू एन और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के साथ समन्वय करके राजस्थान में पर्यटन के विकास की संभावनाओं, महिला सशक्तिकरण, एनीमिया की रोकथाम, लिंग भेद उन्मूलन, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना, कुपोषण, पेयजल, प्रदेश के पर्यटन, कला, संस्कृति, हेरिटेज को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर चर्चा की गई। आगामी दिनों में अगले स्तर की वार्ता कर कार्ययोजनाओं का निर्माण किया जाएगा।
दीया कुमारी बताया कि केंद्र व राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश में आंगनबाडियों को सक्षम आंगनबाड़ी बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। एनीमिया ग्रस्त और कुपोषण ग्रस्त पोकेट्स पर फोकस किया जाएगा। इसके साथ ही राजस्थान में पदस्थापित दस हजार साथिनों का क्षमतावर्धन किया जायेगा।
बैठक में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सस्टेनेबल गोल को लक्षित कर कार्य के लिए चर्चा की गई। राजस्थान की शानदार अमूर्त सांस्कृतिक विरासत कला, संस्कृति, हस्त कला आदि को आगे बढ़ाना जरुरी है। आधुनिकीकरण के कारण कला संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत की अनदेखी हो रही है।
राजस्थान और जयपुर में भी शानदार ऐतिहासिक विरासत है। विरासत को संरक्षण कैसे प्रदान किया जाए और इनको पर्यटन की दृष्टि से किस तरह आगे बढ़ाया जाए इस पर चर्चा की गई।
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत कला संस्कृति, हस्त कला आदि को आगे बढ़ाया जाए। यू एन प्रतिनिधियों से जिओ हेरिटेज साइट विकसित करने, वर्ल्ड हेरिटेज साइट विकसित करने के लिए चर्चा की गई।
इस दौरान बैठक में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी के साथ यूएन रेजिडेंट कॉर्डिनेटर शोम्बी शार्प, यूनिसेफ राजस्थान की चीफ फिल्ड ऑफिसर इसाबेल बारडेम और यूएन रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर कार्यालय की चीफ ऑफ स्टाफ राधिका कॉल बत्रा मौजूद रही।