Rajasthan News: प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश की सभी सीटों पर कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए हैं। पूर्व राज्य मंत्री धर्मेंद्र राठौर को अलवर की जिम्मेदारी मिली है। उन्होंने अलवर के कांग्रेस नेताओं से बातचीत करते हुए लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की बात कही। वहीं कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद टीकाराम जूली (Leader of Opposition Tikaram Jully) एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अलवर को 75 साल बाद ऐसा सम्मान मिला है। जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं में जोश का माहौल है। आगामी लोकसभा चुनाव में इसका पूरा फायदा मिलेगा।
अगले 100 दिन कांग्रेस को देने होंगे
लोकसभा चुनाव के लिए अलवर के कोऑर्डिनेटर धर्मेंद्र राठौर ने सभी आठ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस नेताओं से उनके बूथ एजेंट की लिस्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा में हारने वाले नेताओं को अपने बूथ एजेंट को स्ट्रॉन्ग करना होगा साथ ही सभी को मिलकर काम करना होगा। अगले 100 दिन कांग्रेस को देने होंगे। चुनाव में लगाए गए कोऑर्डिनेटर हर दिन अपने लोकसभा क्षेत्र में रहेंगे। उनका काम है चुनाव में बेहतर रिजल्ट दिलाना।
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अलवर की बढ़ी है अहमियत
धर्मेंद्र राठौर ने कहा कि कोऑर्डिनेशन के खाली पड़े पदों पर जल्द नियुक्तियां होंगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में 8 में से 5 सीट कांग्रेस ने जीती हैं। इसलिए यह कांग्रेस का गढ़ है। कांग्रेस को पूरे जोश और उत्साह के साथ चुनाव लड़ना है। पार्टी ने अलवर के नेता को नेता प्रतिपक्ष बनाया है। इसलिए अलवर की अहमियत और भी बढ़ गई है।
75 साल बाद अलवर को मिली बड़ी जिम्मेदारी
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि 75 साल बाद अलवर को ऐसी जिम्मेदारी मिली है। अलवर के लिए यह सौभाग्य की बात है। नेता प्रतिपक्ष का पद मिलने के बाद जिले के कार्यकर्ताओं और नेताओं में जोश का माहौल है। आगामी चुनाव में इसका परिणाम देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में डबल इंजन की सरकार का एक इंजन तो फेल हो चुका है। ऐसे में सरकार नहीं चल पा रही है। साथ ही कोऑर्डिनेटर लगातार अपने क्षेत्र में जाकर कार्यकर्ताओं से मिलने का काम कर रहे हैं। अलवर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का जगह-जगह स्वागत किया गया।
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