Shri Sanwaliya Seth Mandir Dan Patra : राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित मेवाड़ के आराध्य देव के रूप में पूजे जाने वाले प्रभु सांवलिया जी सेठ मंदिर के चढ़ावे में एक बार फिर चढ़ावे धन का भंडार निकला है। सांवलिया सेठ मंदिर के दान पात्रों से पहले दिन 6 करोड़ रुपए से अधिक की राशि निकली है। चढ़ावे की गिनती अभी भी जारी है। बता दें कि सांवरिया सेठ मंदिर में हर माह की चतुर्दशी पर भंडार खोला जाता है। जहां मंदिर के दान पात्र में हर बार ही करोड़ों रुपए की राशि चढ़ावे में निकलती है।
पहले दिन 6 करोड़ से अधिक की नगदी निकली…
प्रसिद्ध सांवलिया सेठ मंदिर में हर महीने की चतुर्दशी पर दान पेटी खोली जाती है। इस दान पेटी में हर बार करोड़ों रुपए का चढ़ावा, सोने चांदी के आभूषण आदि निकलते हैं। इनमें कुछ आभूषण मंदिर ट्रस्ट के ऑफिस में भी श्रद्धालु जमा करवाते हैं। इस माह जनवरी में खोली गई दान पेटी के पहले दिन चढ़ावे की गिनती में 6 करोड़ 21 लाख 70 हजार रुपए से अधिक की नकदी निकल चुकी है। इसके अलावा सोने चांदी और मनी ऑर्डर की गिनती अभी बाकी हैं।
पिछले महीने निकली थी 17 करोड़ रुपए से अधिक का चढ़ावा
पिछले महीने सांवलिया सेठ मंदिर में दो माह के दौरान दान पेटी खोली गई। इस दौरान मंदिर के भंडार में नोटों का अंबार निकला। मंदिर प्रशासन की ओर से चार चरणों में गणना की गई। इसमें 17 करोड़ 19 लाख 31 हजार 800 रुपए से अधिक का चढ़ावा निकला। इनमें मंदिर कार्यालय में 3 करोड़ 33 लाख रुपए की राशि शामिल है। इस दौरान भंडार में 552 ग्राम सोना 16 किलो 670 ग्राम चांदी भी निकाली। इसके अलावा मंदिर के भेंट कक्ष में भी 107 ग्राम सोना और 40 किलो 425 ग्राम चांदी प्राप्त हुई।
भगवान को सेठों के सेठ की दी गई उपाधि…
बता दें कि मेवाड़ के आराध्य देव के रूप में पूजे जाने वाले प्रभु सांवलिया जी सेठ प्रदेश के सबसे अमीर भगवानों में से एक है। यहां पर हर महीने करोड़ों रुपए का चढ़ावा आता है। इसके साथ ही विदेशी मुद्रा और सोने-चांदी की वस्तुएं भी भक्त यहां पर भेंट करते हैं।
भगवान सांवलिया के मंदिर परिसर में बने खुले चौक में इन करोड़ों रुपए की गणना मंदिर परिसर के सदस्यों द्वारा की जाती है। हर महा चतुर्दशी के मौके पर इस भंडारे को खोला जाता है। सांवलिया सेठ मंदिर में कई एनआरआई श्रद्धालु भी आते हैं। विदेशी श्रद्वालु सांवलिया जी को डॉलर, अमरीकी डॉलर, पाउंड, दिनार, रियॉल आदि के साथ कई देशों की मुद्रा भी चढ़ाते हैं।