FIR Against Close Aide of Former CM Ashok Gehlot : राजस्थान में सरकार बदलने के बाद ही पूर्व सरकार के मंत्रियों और विधायकों पर गाज गिरने का क्रम लगातार जारी है। बारां जिले में यह कार्रवाई काफी तेज गति से चल रही है। अवैध खनन को लेकर राजस्थान के बारां में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई है। बारां पुलिस ने बुधवार को राजस्थान सरकार में मंत्री रहे प्रमोद जैन भाया समेत पांच लोगों के खिलाफ गंभीर आरोपों में FIR दर्ज की है। बारां नगर परिषद नेता प्रतिपक्ष दिलीप शाक्यवाल द्वारा कोतवाली थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के बाद यह मामला सामने आया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सांगोद विधानसभा से पूर्व विधायक भरत सिंह ने अवैध खनन को लेकर कई बार आवाज उठाई थी। उन्होंने तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत को भी कई बार पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया था, लेकिन अब उनके बार-बार प्रयासों का फल सामने आया है और पूर्व खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ बारां कोतवाली थाने में मामला दर्ज हुआ है। हालांकि, पहले भी उनके विरुद्ध ऐसे मामले दर्ज हो चुके हैं।
गौरतलब है पिछले दिनों बारां जिले के अंता पुलिस थाने में प्रमोद जैन भाया व अंता नगर पालिका चैयरमैन मुस्तफा खान के खिलाफ करोड़ों रुपए के टेंडरों को लेकर अंता भाजपा नगर अध्यक्ष ने मामला दर्ज करवाया था। वहीं, इस कार्रवाई से बारां में राजनीतिक और सामाजिक हलचल बढ़ गई है।
हालांकि मामले में कितनी सच्चाई है यह जांच के बाद ही सामने आएगा। दरअसल, बारां जिले में राजनीतिक द्वेषता के चलते मुकदमा दर्ज कराने का रिवाज सा है, यहां सरकार बदलते ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाती है, लेकिन सरकार रहते ऐसे कोई मामले दर्ज नहीं होते हैं।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की करीबी प्रमोद जैन भाया पूर्ववर्ती राजस्थान सरकार में खनन और गोपालन मंत्री थे। बारां पुलिस ने प्रमोद जैन भाया सहित अंकित जैन बोरडिया, सुनील यादव, शरद शर्मा, और नरेश तांत्रिक के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई की है। पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया समेत 5 आरोपियों पर बारां जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के पीछे स्थित सरकारी भूमि पर अवैध खनन करने और करीब 90 करोड़ रुपए मूल्य की मिट्टी बेचने के गंभीर आरोप हैं।