जयपुर। राजस्थान में भाजपा की नवगठित सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो गया है। इसमें 12 नेताओं को कैबिनेट में जगह दी गई है। इनमें सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम बाबूलाल खराड़ी का हैं, जो झाड़ोल से विधायक हैं। बीजेपी ने बाबूलाल खराड़ी को कैबिनेट में मंत्री का पद देकर लोकसभा चुनाव में आदिवासी समुदाय को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की है।
राजस्थान के भजनलाल मंत्रीमंडल में जगह बनाने वाले बाबूलाल खराड़ी के परिवार में उनकी दो पत्नी है और तो और उनकी दोनों पत्नी साथ ही रहती है। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। चारों बच्चों की शादी हो चुकी है। सबसे बड़े बेटा देवेन्द्र खराड़ी और प्रदु्मन खराड़ी फिलहाल खेती का काम करते हैं। बाबूलाल खराड़ी के पास एक ट्रैक्टर और एक स्कॉर्पियो गाड़ी है।
आज भी केलूपोश मकान में रहते हैं बाबूलाल खराड़ी
चौथी बार विधायक बने खराड़ी की सबसे खास बात ये है कि वो आज भी केलूपोश मकान में रहते हैं। उनके पास अपना पक्का मकान नहीं है। उनकी इस सादगी को लेकर भाजपा के कई बड़े नेता तारीफ कर चुके हैं। जिनमें पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी विजिया राहटकर सहित कई नेता उनके घर पहुंचे थे। खराड़ी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड कार्यवाहक भी रह चुके हैं। विधायक बनने से पहले वे खंड कार्यवाहक रहते हुए निजि स्कूल में बतौर शिक्षक पढ़ाते थे।
कोटड़ा मंडल युवा मोर्चा अध्यक्ष रह चुके हैं बाबूलाल खराड़ी…
इसके बाद वो वनवासी कल्याण परिषद द्वारा संचालित स्कूलों के सुपरवाइजर बने थे। खराड़ी के काम और उनकी सादगी को देखते हुए भाजपा ने उन्हें 1987 में कोटड़ा कोटड़ा मंडल युवा मोर्चा अध्यक्ष बनाया था। जो उनकी राजनीति का टर्निंग प्वाइंट था। इसके बाद वे पहली बार 1995 में जिला परिषद सदस्य के तौर पर चुनाव लड़े। इसके बाद वर्ष 2000 में कोटड़ा के प्रधान बने। इसके बाद भाजपा ने इन्हें विधायक का टिकट दिया।
पहली बार चुनाव में मिली थी हार…
बाबूलाल खराड़ी ने 1998 में पहली बार विधान सभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार मिली थी। इसके बाद उन्होंने 2003 में भाजपा से चुनाव लड़ा था। जिसके बाद वे विधायक बने। दूसरी बार 2008, तीसरी बार मोदी लहर में 2013 में चुनाव हारे, 2018 में पुनः भाजपा ने पांचवीं बार टिकट दिया जिसमे वह चुनाव जीत गए।
कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर चौथी बार बने विधायक…
साल 2023 में भाजपा ने झाड़ोल विधानसभा क्षेत्र से छठी बार विधायक प्रत्याशी बनाया। जिस पर काफी विरोध के बाद भी चौथी बार विजय हुए। इस विधानसभा चुनाव में खराड़ी ने 6488 वोट के अंतर से जीत हासिल की थी। खराड़ी के खाते में 76,537 वोट आए थे। वहीं, दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के प्रत्याशी हीरालाल डरांगी को 70,049 वोट मिले थे। इस बार वह चौथी बार विधायक बने हैं। बता दें कि झाडोल विधानसभा में लगातर जो भी विधायक जीते उन्हें विपक्ष में बैठना पड़ा, लेकिन करीब 20 वर्षों के बाद पहली बार झाड़ोल विधायक के पक्ष की सरकार व मंत्री पद भी मिला है।