Delhi News: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस ने संगठन पर बड़ा फेरबदल किया है। लोकसभा चुनाव के मध्यनजर 12 महासचिव और 12 राज्यों में प्रदेश प्रभारीयों की नियुक्ती हुई है। इस फेरबदल में सचिन पायलट को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने चौंकाने वाला फैसला लिया है। पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया है।
राजनीति गलियारों में चर्चा
कांग्रेस की इस नियुक्ती को एक चौंकाने वाले फैसले के रुप में देखा है। दरअसल, राजस्थान विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, पार्टी को एकजुट करने और मजबूत करने के वक्त सचिन पायलट को राज्य से बाहर भेजने का फैसला चौंकाने वाला है। पायलट को राजस्थान में गुर्जर समुदाय के बड़े नेता है। ऐसा लग रहा था कि राजस्थान के हालिया विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस आलाकमान उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दे सकता है।
राजस्थान में रंधावा ही रहेंगे प्रभारी
राजस्थान प्रभारी के पद पर सुखजिंदर सिंह रंधावा को बरकरार रखा गया है। राजस्थान चुनाव में हार के बाद रंधावा ने कहा था कि पंजाब की राजनीति पर ध्यान देना होगा, उन्होंने इस मामले को आलाकमान के सामने रख दिया है। अब फैसला उन्हें करना है।
राजस्थान के 3 नेताओं को जिम्मेदारी
कांग्रेस संगठन के ताजा फेरबदल में राजस्थान से तीन नेताओं को प्रभारी की जिम्मेदारी मिली है। सचिन पायलट, भंवर जितेंद्र सिंह और मोहन प्रकाश को राज्यों के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है।