नागौर। राजस्थान के नागौर में एक ही परिवार के 4 लोगों ने जहर खा लिया। एक ही परिवार के पति-पत्नी और 2 बच्चियों ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। चारों को गंभीर हालत में अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया है। चारों की गंभीर हालत बताई जा रही है। यह घटना नागौर जिले के मेड़ता शहर के सिरियो के मोहल्ले की है। मेड़ता सिटी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह करीब 8.30 बजे मेडता सिटी थाना पुलिस को सूचना मिली की मेड़ता शहर के सिरियो के दामावतों के मोहल्ले में रहने वाले कैलाशचंद (45 वर्ष) पुत्र मांगीलाल, उसकी पत्नी उर्मिला (42 वर्ष), विशाका (21 वर्ष) पुत्री कैलाशचंद, कृष्णा (18 वर्ष) पुत्र कैलाशचंद ने खेतों में छिड़काव करने वाली दवा की दो शीशियों से जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। बताया जा रहा है कि पारिवारिक कलह के चलते चारों लोगों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की।
उनके चिल्लाने और उल्टियां होने पर मोहल्ले के लोगों ने तुरंत ही उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जहां से चारों को अजमेर रेफर कर दिया गया। सूचना मिलने पर डीएसपी नूर मोहम्मद, थानाधिकारी प्रमोद कुमार शर्मा मौके पहुंचे। पुलिस की एक टीम अजमेर भी गई है।
जमीन के बंटवारे का है विवाद…
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि भाईयों के जमीन के बंटवारे के विवाद को लेकर अवसाद में आकर परिवार के चारों सदस्यों ने यह बड़ा कदम उठाया है। रविवार सुबह करीब 8 :30 बजे भाइयों के बीच झगड़ा हुआ। जिसमें सबसे छोटा भाई गुस्से में अपने घर आ गया और पूरे परिवार के साथ जहर खा लिया। एक साथ चार लोगों के जहर खाने की सूचना पर इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
भाइयों से चल रहा जमीनी विवाद…
पुलिस की जांच में सामने आया है कि कैलाशचंद और उसके दो भाई रामेश्वर और हुकमीचंद के बीच प्रोपर्टी को लेकर विवाद है। कैलाशचंद सबसे छोटा है। तीनों भाई अलग-अलग रहते हैं। रविवार सुबह करीब 8:30 बजे करीब तीनों भाई, बड़े भाई रामेश्वर के घर पर ही बैठे थे। तीनों भाईयों की प्रोपर्टी को लेकर आपस में बातचीत चल रही थी। तभी विवाद बढ़ गया और कैलाशचंद गुस्से में वहां से उठकर पास ही अपने घर जाने लगा। वह जोर- जोर से चिल्लाने लगा कि मैं अब मरुंगा।
स्थानीय लोगों ने भी उनका झगड़ा और कैलाशचंद के मरने की बात सुनी। घर पर पहुंचकर कैलाशचंद जोर-जोर से चिल्लाता रहा और फिर अपनी पत्नी और दोनों बेटियों को दो शीशियां दी। एक शीशी से पति-पत्नी ने और दूसरी से दोनों बेटियों ने जहर पी लिया।
घर का दरवाजा खुला था और स्थानीय लोगों को जैसे ही पता चला कि इन लोगों ने कुछ पिया है तो वे तुरंत अंदर पहुंचे और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज किया इसके बाद चारों को तुरंत रेफर कर दिया। अजमेर में कोतवाली थाना पुलिस भी अस्पताल पहुंची। वहां के एएसआई विष्णु प्रसाद ने बताया कि अब चारों की स्थिति सही है।