Udaipur Kanhaiyalal Murder Case: राजस्थान में कन्हैयालाल हत्या को लेकर शनिवार को NIA अदालत में जज रविन्द्र कुमार द्वितीय चार्ज आदेश सुनाएंगे। जून 2022 में मोहम्मद रियाज अटारी और गौस मोहम्मद ने टेलर कन्हैया लाल की दूकान में घुस कर चाकूओं से हमला कर हत्या कर दी थी। इस मामले में कोर्ट में दो पाकिस्तानियों सहित 11 लोगों को लेकर 22 दिसंबर, 2022 को चालान पेश हुआ था।
शनिवार को सुनाएंगे चार्ज आदेश
इस मामले को लेकर NIA अदालत में जज रविन्द्र कुमार द्वितीय कल शनिवार को चार्ज आदेश सुनाएंगे। इस मामले में अभियुक्त रियाज जब्बार, मोहम्मद गौस, रियाज अत्तारी, फरहाद शेख, आसिफ, मोहसिन, वसीम अली, मो. जावेद व मुस्लिम खान जेल में हैं। दो पाकिस्तानियों सहित 11 के खिलाफ 22 दिसंबर, 2022 को चालान पेश हुआ था। NIA में SP रवि चौधरी ने IPC की धारा-452, 302, 153A, 153B, 295A व 34, UA(P) ACT-1967 की धारा-16,18 व 20 एवं ARMS ACT में इन लोगों को आरोपी माना था। इस मामले में आरोपी अमजद सहित अन्य के खिलाफ अनुसंधान लम्बित रखा था।
कब व क्यों हुई थी कन्हैया की हत्या?
राजस्थान के उदयपुर में दो मुस्लिम लोगों द्वारा टेलर कन्हैया लाल की गला रेंतकर हत्या कर दी थी। कन्हैया का मात्र इतना सा कसूर था कि उन्होंने बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का समर्थन किया था। नूपुर शर्मा ने पैगम्बर मोहम्मद के बारे में विवादित टिप्पणी की थी। लेकिन, जब कन्हैया ने नूपुर का समर्थन किया तो मोहम्मद रियाज अटारी और गौस मोहम्मद ने उनकी हत्या कर दी थी। जून 2022 में मोहम्मद रियाज अटारी और गौस मोहम्मद कपड़ा सिलाने के बहाने दुकान में घुस गए थे। दोनों आरोपियों ने पहले कन्हैया पर चाकूओं से हमला किया और फिर गला रेंतकर मौत के घाट उतार दिया था। इतना ही नहीं आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी शेयर किया था। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजस्थान ही नहीं देशभर में खूब बवाल मचा था।
चुनाव के समय चर्चाओं में रहा कन्हैयालाल का मुद्दा
बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार उदयपुर के बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर जमकर सियासत हुई है। चुनाव प्रचार के दौरान कन्हैयालाल हत्याकांड पर भाजपा और कांग्रेस के बीच खूब आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। कांग्रेस का कहना था कि हमारी सरकार ने चंद घंटों में ही आरोपियों को पकड़ कर एनआईए को सौंप दिया। लेकिन, एनआईए ने अब तक क्या किया? वहीं, बीजेपी ने दावा किया था कि कन्हैया के हत्यारों को एनआईए ने ही पकड़ा था।