BJP New CM: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद अब राजस्थान में नये चेहरे के तौर पर 15 दिसंबर को भजन लाल शर्मा शपथ लेंगे। तीन राज्यों में एक झटके में मुख्यमंत्री के चेहरों में बदलाव के बाद कई लोगों के मन में सवाल है कि आखिर बीजेपी मुख्यमंत्री का चयन करते हुए क्या प्रक्रिया अपनाती है। बीजेपी में हटाए गए मुख्यमंत्रियों का आगे का क्या राजनीति भविष्य होगा। इन सभी एक जवाब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक मीडिया कॉन्क्लेव में दिए है।
मुख्यमंत्री का चयन कैसे करते हैं?
मीडिया कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री के चयन की प्रकिया को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में नड्डा ने कहा कि यह बहुत गहरी प्रक्रिया है। कम शब्दों में समझाना इस समझना मुश्किल है। यह सिर्फ मुख्यमंत्री, मंत्री, एमपी, एमएलए के चयन के लिए ही नहीं, हमारे यहां बहुत गहन अध्यन के साथ ही हर कार्यकर्ता की पर नजर रखी जाती है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने आगे कहा कि कार्यकर्ताओं की हर गतिविधियां, उनकी हिस्ट्री, उसकी प्रतिक्रिया, हमारे यहां बहुत बड़ा डेटा बैंक होता है। जिसे हम समय समय पर स्टडी करते हैं। जब चुनाव घोषित हुआ था, तभी से हमारा सिलेक्शन प्रोसेस शुरू हो जाता है कि कौन हमारा लीडर होगा, विपक्ष के लिए कौन लीडर अच्छा होगा। बहुत बारीकियों के साथ चयन किया जाता है।
तीन पूर्व CM की भूमिका पर भी बोले नड्डा
जेपी नड्डा ने मीडिया के कार्यक्रम में कहा कि तीनों पूर्व मुख्यमंत्री बीजेपी के सीनियर कार्यकर्ता हैं और पार्टी भविष्य में उन्हें उनके कद के अनुसार भूमिकाएं देगी। आगे नड्डा ने कहा कि हमारी पार्टी में सभी को उसका हक दिया जाता है और हमारी पार्टी छोटे से छोटे कार्यकर्ता का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूकती है।
नए काम में लग जाइए- नड्डा
जब उनसे सवाल किया गया कि आपने तीन कद्दावर तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को ‘बैठने’ के लिए कहा तो उन्होंने जवाब दिया, “बैठ जाइए नहीं, ये शब्द नहीं है हमारा, नए काम में लग जाइए। हम मिलकर तय करेंगे। इनको हम नया काम देंगे। ये हमारे वरिष्ठ नेता हैं। इनकों 15-16 साल का अनुभव है। बीजेपी एक साधारण कार्यकर्ता का उपयोग करने से पीछे नहीं हटती है। इन लोगों का हम उपयोग करने से कहां रहेंगे। इनको काम देंगे। इनके कद के अनुसार काम देंगे। इनको अच्छे तरीके से काम में लगाएंगे।