जयपुर। राजधानी जयपुर में 5 दिसंबर को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई। दो बदमाशों ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर में घुसकर गोली मारकर हत्या की। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद लगातार चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं।
गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रच रहे थे गैंगस्टर…
बता दें कि पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस ने राजस्थान पुलिस को गोगामेड़ी पर हमले की जानकारी दी थी। पंजाब पुलिस ने एक कॉन्फिडेंशियल मैसेज के जरिए बताया था कि गैंगस्टर संपत नेहरा राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की साजिश रच रहा है। वहीं पिछले कुछ महीनों से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को लॉरेंस विश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। इतना ही नहीं गोगामेड़ी को अपने नेटवर्क और पुलिस सूत्रों से भी ये जानकारी थी कि उसकी हत्या की साजिश रची जा रही है। जिसके बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने राज्य सरकार से सुरक्षा मांगी थी, लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं मिलने के बाद खुद के स्तर हाई सिक्योरिटी इंतजाम किए थे। लेकिन उनसे ऐसी एक चूक हो गई जो मौत का बड़ा कारण बनी।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खुद की बड़ी चूक…
मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी ने अपनी सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बना रखी थी, लेकिन उन्होंने हत्या वाले दिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खुद ही बड़ी चूक कर दी। इससे उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। अगर वह अपनी ही बनाई सुरक्षा को फॉलो करते तो शायद उनकी जान बच सकती थी।
जानिए क्या थी सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था…
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने राजस्थान सरकार से बार-बार अपनी जान को खतरा होने का अंदेशा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लग गई थी, लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने खुद अपने स्तर पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था शुरू की। इसमें वो खुद अपने पास पिस्टल भी रखते थे। इसके अलावा उन्होंने अपने छह सुरक्षा गार्ड भी रखे थे, जो उनकी सुरक्षा में तैनात रहते थे। गोगामेड़ी बुलेट प्रूफ जैकेट पहन कर जाते थे। इतना ही नहीं उनके घर में बुलेट प्रूफ शीशा लगा हुआ था। जिससे की उनके घर में मिलने वाला कोई भी सदस्य से बात करने के लिए वो खुद उस शीशे के अंदर रहते थे।
यही नहीं उन्होंने बुलेट प्रूफ गाड़ी भी बनवा ली थी। इसके अलावा उन्होंने अपने घर के अंदर सीसीटीवी कैमरे भी लगा रखे थे। जब भी उनसे कोई मिलने के लिए आता तो सबसे पहले हमेशा हथियारबंद छह सुरक्षा गार्ड उनकी तलाशी लेते। इसके बाद उनकी पत्नी शीला कंवर सीसीटीवी कैमरे में आने वाले शख्स की जानकारी रखती। जब सब कुछ सही मिलता था इसके बाद गोगामेड़ी बुलेट प्रूफ जैकेट पहन और बुलेट प्रूफ शीशे के अंदर रहकर आए हुए लोगों से बात करते थे।
गोगामेड़ी की सूरक्षा में हुई बड़ी चूक
गोगामेडी ने अपने स्तर पर छह सुरक्षा गार्ड, जो हथियारबंद थे। वे सुरक्षा गार्ड हमेशा हथियारों के साथ गोगामेडी के साथ तैनात रहते थे, लेकिन आचार संहिता होने के कारण इन सुरक्षा गार्ड्स के हथियार पुलिस थाने में जमा हो गए। इसके कारण वह गोगामेड़ी ने 5 सुरक्षा गार्ड्स को छुट्टी दे दी थी। इनमें एक सुरक्षा गार्ड को ही हथियार रखने की अनुमति थी। लिहाजा गोगामेड़ी की सुरक्षा में केवल एक ही सुरक्षा गार्ड तैनात था। इसका पूरा फायदा उठाते हुए शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया हैं।
वहीं इस घटना के दौरान दो बदमाश रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने अपने साथ आए नवीन शेखावत को भी गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। नवीन सिंह शेखावत मुलताई शाहपुरा का रहने वाला था और जयपुर में कपड़े का व्यापार करता था। इससे पहले वो गोगामेड़ी का गार्ड था। ऐसे में नवीन का गोगामेड़ी के घर आना-जाना था।
शादी का कार्ड देने के बहाने से आया था घर…
नवीन शेखावत हत्याकांड के दिन वह अपनी बुआ के बेटे की शादी का कार्ड देने के लिए गोगामेड़ी के पास पहुंचा था। सीसीटीवी में सामने आया कि नवीन जब दोनों बदमाशों के साथ गोगामेडी के घर आया तो वहां मौजूद गार्ड उसे जानता था। ऐसे में गोगामेडी की पत्नी सपना सोनी भी नवीन को जानती थी। लिहाजा उन्हें बिल्कुल भी संदेह नहीं था कि नवीन के साथ आए दोनों बदमाश उनके साथ इतनी बड़ी घटना करेंगे। गोगामेडी ने हत्या वाले दिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चूक नहीं की तो तो उन्हें अपनी जान से हाथ नहीं धोना पड़ा। अगर वह अपनी ही बनाई सुरक्षा को फॉलो करते तो शायद उनकी जान बच सकती थी।