Rajasthan Election 2023 : जयपुर। विधानसभा आम चुनाव- 2023 के मद्देनजर निर्वाचन विभाग के निर्देश पर प्रदेश में विभिन्न एनफोर्समेंट एजेंसियों द्वारा आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक 703 करोड़ रुपए मूल्य की अवैध नकदी और अवैध सामग्री जब्त की गई है। खास बात ये है कि जयपुर 110 करोड़ 47 लाख रुपए के सीजर के साथ प्रदेश में सबसे आगे रहा। बता दें कि राजस्थान में विधानसभा-2018 में आचार संहिता के दौरान की गई जब्ती के मुकाबले इस बार अब तक दस गुना बढ़ोतरी हो चुकी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राजस्थान के 14 जिलों में अलग-अलग एजेंसियों की ओर से अब तक 20 करोड़ रुपए से अधिक की जब्ती की गई है। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार राजस्थान में अवैध नकदी, शराब और अन्य वस्तुओं का प्रवाह रोकने के लिए आदर्श आचार संहिता के दौरान चलाए गए अभियान में अब तक राजस्थान पुलिस 443.80 करोड़ रुपए मूल्य की जब्ती कर चुकी है। आयकर विभाग ने 72.50 करोड़ रुपए मूल्य की नकदी और सामग्री जब्त की है, जबकि राज्य आबकारी विभाग एवं राज्य जीएसटी विभाग द्वारा क्रमशः 18.65 करोड़ रुपए एवं 117.13 करोड़ रुपए मूल्य की जब्ती की गई है।
इस बार हुई 10 गुना बढ़ोतरी
राजस्थान में विधानसभा चुनाव-2018 में पूरी आचार संहिता के दौरान की कुल 70.8 करोड़ रुपए मूल्य की जब्ती की गई थी। लेकिन, इस बार 5 दिसंबर को आचार संहिता की तारीख खत्म होने से पहले ही अब तक 703 करोड़ रुपए मूल्य की अवैध नकदी और अवैध सामग्री जब्त की गई है। ऐसे में पिछले साल के मुकाबले इस साल जब्ती के मामले में 10 गुना बढ़ोतरी हो चुकी है।
अलवर में सबसे ज्यादा शराब और भीलवाड़ा में ड्रग्स जब्त
अवैध शराब के मामले में अलवर और ड्रग्स के मामले में भीलवाड़ा पहले नंबर पर रहा। अलवर जिले सबसे अधिक 10 करोड़ 98 लाख की अवैध शराब और भीलवाड़ा में सबसे अधिक 12 करोड़ 67 लाख की ड्रग्स जब्त की गई।
जब्ती के मामले में जयपुर नंबर वन
जयपुर 110 करोड़ 47 लाख रुपए के सीजर के साथ राजस्थान में पहले स्थान पर रहा। यहां 19 करोड़ 17 लाख की अवैध नकदी, 16 करोड़ 83 लाख का सोना-चांदी, 71 करोड़ 11 लाख की अन्य वस्तुएं, एक करोड़ 77 लाख की ड्रग्स और एक करोड़ 57 लाख की अवैध शराब जब्त की गई।
इन 11 शहरों में हुई सबसे ज्यादा जब्ती
कुल सीजर के मामले में जयपुर 110 करोड़ 47 लाख रुपए के साथ प्रदेश में पहले नंबर पर रहा। वहीं, अलवर 38 करोड़ 97 लाख की जब्ती के साथ दूसरे, जोधपुर 34.33 करोड़ के साथ तीसरे, नागौर 29.18 करोड़ के साथ चौथे, भीलवाड़ा 28.84 करोड़ के साथ 5वें, कोटा 27.75 करोड़ के साथ छठे, उदयपुर 26.71 करोड़ के साथ 7वें, बूंदी 25.44 करोड़ के साथ 8वें, बीकानेर 25.19 करोड़ के साथ 9वें, चित्तौड़गढ़ 24.41 करोड़ के साथ 10वें तथा अजमेर जिला 24.04 करोड़ के साथ 11वें स्थान पर है।
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