Rajasthan Election 2023 : जयपुर। प्रदेश में नई सरकार बनाने के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सरकार पार्टी कौन बनाएगी, किस नेता की किस्मत चमकेगी, सब पेटियों में बंद हो गए हैं। इसके साथ ही शहर के विकास का भाग्य भी मत पेटियों में बंद हो गया है। सत्ताधारी पार्टी ने पिछले पांच साल में कई बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए। इनमें कई निर्माणाधीन हैं तो कई पाइपलाइन में हैं। ऐसे में अब इन प्रोजेक्ट का भविष्य आने वाली सरकार पर ही निर्भर रहने वाला है।
ऐसे में सत्ता रिपीट हुई तो इन प्रोजेक्ट को पंख लग जाएंगे और राज बदला तो कई प्रोजेक्ट अधरझूल में रह सकते हैं। इसके पीछे कारण है कि पूर्व में ऐसा कई बार देखा गया है कि प्रदेश में सरकार बदलने के बाद नई आने वाली सरकार पिछली सरकार के अधिकांश प्रोजेक्ट्स को डम्प कर देती है। अगर इस बार भी ऐसा ही होता है तो प्रदेश की सरकार बदलने के बाद जयपुर विकास प्राधिकरण के एक दर्जन से अधिक प्रोजेक्ट हवा में लटक जाएंगे।
2018 में भी सरकार के परिवर्तन साथ ही हुए कई प्रोजेक्ट डम्प
योजनाओं को ठंडे बस्ते में डालने की परम्परा नई नहीं है। पिछली सरकारों के समय भी सत्ता परिवर्तन पर नई सरकार ने कई योजनाओं को या तो डम्प कर दिया या फिर उनके स्वरूप को ही बदल दिया। झोटवाड़ा फ्लाई ओवर भाजपा सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का प्रोजेक्ट था, लेकिन सरकार बदलने के बाद प्रोजेक्ट के निर्माण की प्रक्रिया पूरी तरह धीमी हो गईं।
द्रव्यवती नदी का प्रोजेक्ट भी तत्कालीन सरकार का प्रोजेक्ट था, लेकिन वर्तमान में इस योजना के हालात बहुत बुरे हैं। ऐसे में सम्भावना है कि इस बार भी अगर प्रदेश में सरकार बदलती है तो आने वाली सरकार पिछली सरकार की कई योजनाओं में प्रोजेक्ट्स को ठंडा बस्ती में डाल सकती है। इसके चलते जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा निर्माणाधीन तकरीबन एक दर्जन प्रोजेक्ट्स भी बंद हो सकते हैं।
ये प्रोजेक्ट निर्माणाधीण
स्वास्थ्य योजना को पंख लगाने वाला सवाई मानसिंह अस्पताल में बन रहा आईपीडी टावर, बी टू बाईपास पर बन रह पुलिया, लंबे समय से झोटवाड़ा क्षेत्र वासियों को दंश दे रही झोटवाड़ा पुलिया पर निर्माणधीन झोटवाड़ा फ्लाईओवर, जयपुर के चारों दिशाओ में खुलने वाले चार सेटेलाइट हॉस्पिटल, बड़ी चौपड़ से टांसपोर्ट नगर तक का मेट्रो ट्रेन फेज-2, शहर को सिग्नल फ्री करके यातायात जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने वाला सिग्नल फ्री प्रोजेक्ट जो लक्ष्मी मंदिर तिराहे पर चालू हो चुका है। इसके अलावा बी टू बायपास, जवाहर सर्किल, ओटीएस चौराहा, जेडीए चौराहा, गांधीनगर मोड़, रामबाग सर्किल, चोमू सर्किल पर भी सिग्नल फ्री बनाने की योजना है। वहीं शहर में चार बस स्टैंड बनाने सहित कई प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं।
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