Pneumonia In China: चीन से निकले कोरोना वायरल ने देश के साथ ही पूरे विश्व में तबाही मचाई थी, लेकिन एक बार फिर चाइना ने भारत के साथ ही पूरे विश्व की टेंशन को बढा दिया है। चाइन से निकली रहस्यमयी बीमारी ने लोगों का टेंशन को बढ़ा दिया है। इस बीमारी का सबसे बूरा असर बच्चों पर देखने को मिल रहा है। चाइना में तो हालात इतने खराब हो चुके है कि लोगों को इसके लिए स्कूलों की छूट्टी तक करनी पड़ रही है। आखिर क्या है यह नया वायरस और यह बच्चों पर किस तरह से असर डालता है आइए जानते है।
यह नया वायरस क्या है?
चीन के अस्पताल नए वायरस से संक्रमित बच्चों से भर रहे हैं। इस नए वायरस को रहस्यमयी निमोनिया वायरस कहा जा रहा है, क्योंकि इसके कुछ लक्षण आम निमोनिया से मिलते-जुलते हैं और कुछ अलग भी हैं। दरअसल, निमोनिया की बात करें तो इससे पीड़ित बच्चों को बलगम वाली खांसी, तेज बुखार और फेफड़ों में सूजन की शिकायत होती है। वहीं, चीन के इस रहस्यमयी निमोनिया में बच्चों को बिना खांसी, बिना बलगम के तेज बुखार और फेफड़ों में सूजन की शिकायत हो रही है।
जानलेवा साबित होते हैं मामले
निमोनिया आम बुखार की तरह है, जिसे जीवाणुरोधी और एंटीबायोटिक दवाओं की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक फेफड़ों में तरल पदार्थ भरने लगता है, जो मवाद बन जाता है और धीरे-धीरे पूरे फेफड़े में भर जाता है, जिससे पीड़ित सांस लेने में असमर्थ हो जाता है। यह बीमारी ज्यादातर बच्चों और बुजुर्गों को अपना शिकार बनाती है।
कहां मिल रहे हैं सबसे ज्यादा मरीज?
दरअसल, चीन और बीजिंग के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित लियाओनिंग प्रांत के बच्चों में निमोनिया के नए और आश्चर्यजनक लक्षण देखे जा रहे हैं। बच्चे गंभीर खांसी, बुखार और फेफड़ों में सूजन से पीड़ित हैं, जिसके कारण इलाके के सभी अस्पताल लगभग भर गए हैं। इस बीमारी के प्रकोप को देखते हुए चीन में सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है।
क्या यह कोरोना की तरह एक महामारी है?
चीन में यह वायरस काफी समय से फैल रहा था, लेकिन यह तब चर्चा में आया जब WHO ने चीन से इस बीमारी के लक्षणों और मामलों पर कड़ी नजर रखने को कहा था विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन से इस बीमारी को लेकर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है और साथ ही कहा है कि चीन में हाल ही में फैले सभी वायरस की एक सूची भी सौंपी जाए। अभी तक की जांच में WHO ने इसे किसी तरह की महामारी घोषित नहीं किया है। दरअसल, किसी भी बीमारी की जांच किए बिना उसे महामारी घोषित करना जल्दबाजी माना जाता है। इस लिए अभी तक कोरोना की तरह इस बीमारी को महामारी घोषित नहीं किया गया है।
WHO ने जारी की गाइडलाइंस
- लोगों को अपने घरों और दफ्तरों के आसपास साफ-सफाई रखनी चाहिए और किसी भी तरह की गंदगी फैलाने से बचना चाहिए।
- शरीर में किसी भी तरह के बुखार के लक्षण दिखाई देने पर खुद से कोई दवा न लें।
- अगर बुखार का कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- किसी भी भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें।
- जरूरत पड़ने पर तुरंत मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
- सोशल डिस्टेसिंग का पूर्णतः पालन करें।
- बच्चों और बुजुर्गों का सारा सामान साफ रखें।