Rajasthan Election 2023: बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग में शिकायत दी गई। इसके आधार पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने कांग्रेस को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आवाज में प्रसारित हो रहे 7 गारंटी संदेश को तुरंत बंद करने का आदेश दिया। चुनाव आयोग ने बिना प्रमाणीकरण के विज्ञापन संदेश जारी करने और नियमों की अवहेलना करने पर कांग्रेस से स्पष्टीकरण भी मांगा।
आयोग के निर्देशों का उल्लंघन!
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से कांग्रेस को जारी नोटिस में कहा गया है कि सात गारंटी के लिए पंजीकरण प्रक्रिया के संबंध में मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा जारी एक संदेश के बारे में शिकायत मिली है। नोटिस में आयोग के मार्च 2014 के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि गहलोत के संदेश को विज्ञापन माना गया है और यह प्रमाणीकरण के दायरे में है, साथ ही कहा कि आयोग के निर्देशों का पालन किये बगैर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है, जो आचार संहिता और आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है।
भ्रामक विज्ञापन छपाने की शिकायत
बीजेपी ने अखबारों में ‘कांग्रेस की सात गारंटी का जादू’, ‘156 सीटों पर कांग्रेस की जीत पक्की’ और ‘कांग्रेस की सात गारंटी का जादू’ शीर्षक से भ्रामक विज्ञापन छपने की भी शिकायत की है। इसमें कहा गया कि इन विज्ञापनों में कहीं भी किसी विज्ञापन या प्रभाव फीचर का जिक्र नहीं था। शिकायत यह भी है कि विज्ञापन राज्य स्तरीय मीडिया मॉनिटरिंग एवं सर्टिफिकेशन कमेटी से प्रमाणित नहीं था।
कांग्रेस से मांगा स्पष्टीकरण
7 गारंटियों वाले विज्ञापन चुनाव आयोग ने रोक लगा दी है। इस के साथ आयोग ने कांग्रेस के मिस्ड कॉल वाले विज्ञापन पर लगाई रोक, कांग्रेस से पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।