Rajasthan Election 2023 : जयपुर। प्रदेश के विधानसभा चुनावों में 200 में से 81 यानि 40.5 फीसदी सीट ऐसी हैं जिनपर एक भी महिला प्रत्याशी मैदान में नहीं है। साफ है महिलाओं के लिए विधानसभा में जाने की संभावनाएं चुनाव से पहले ही महज 60 फीसदी सीटों पर ही आंकी जा सकती हैं। ये सब तब है जब सभी पार्टियां महिलाओं को आगे लाने की बात कर रही हैं। पिछले दिनों ही महिला आरक्षण का बिल खासा चर्चाओं में रहा है।
दोनों बड़ी पार्टियों की बात करें तो भाजपा व कांग्रेस ने प्रदेश की 200 सीटों पर महज 46 महिलाओें को टिकट दिए हैं। भाजपा ने महज 20 यानि 10 प्रतिशत सीटों पर महिलाओं को उतारा है वहीं कांग्रेस ने 28 यानि 14 प्रतिशत सीटों पर महिलाओं को मौका दिया है। दोनों पार्टियों ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 49 महिलाओें को मौका दिया था जिनमें से 27 महिलाएं चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची।
पिछले चुनाव से प्रत्याशी भी कम, महिला भी कम
पिछले विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर कुल 2294 उम्मीदवारों ने भाग्य आजमाया था। इस बार प्रत्याशियों की संख्या 1875 ही रह गई है।नामांकन दाखिल करने वाले 2365 प्रत्याशियों में से 490 के नाम वापस लेने के बाद मैदान में 1875 प्रत्याशी बचे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव से इस बार के प्रत्याशियों की संख्या 419 कम हैं। इसी प्रकार पिछली बार 189 महिलाएं चुनाव मैदान में थी जिनकी संख्या इस बार 183 है। इनमें से 46 महिला प्रत्याशी भाजपा या कांग्रेस के टिकट पर लड़ रही हैं वहीं 137 महिला प्रत्याशी अन्य पार्टियों के टिकट पर या निर्दलीय मैदान में हैं।
ये भी कटु सत्य- महिलाओं को नहीं मिलते वोट
चुनावी मैदान में उतरने वाली महिलाएं जनता के वाेट भारी मात्रा में नहीं ले पातीं, ये भी एक कटु सत्य है। भाजपा-कांग्रेस से टिकट पाने वाली महिलाओं को छोड़ दें तो अिधकांश महिला प्रत्याशियों के लिए वोट बटोरना मुश्किल रहता है। 2018 के चुनाव में उतरी 189 महिलाओं में से 138 जमानत नहीं बचा पाईं थी। 2013 में 166 महिलाओं ने चुनाव लड़ा जिनमें से 105 की जमानत जब्त हो गई। 2008 चुनाव में उतरी 154 महिलाओं में से 95 की जमानत जब्त हुई तथा 2003 में 118 महिला प्रत्याशियों में से 76 की जमानत जब्त हुई।
महिलाओं को टिकट में 2018 में भी कांग्रेस थी आगे
पिछले चुनाव में भाजपा ने 23 महिलाओं को टिकट दिए थे वहीं कांग्रेस ने 27 महिलाओं को चुनाव में उतारा था। इससे पहले 2013 में भाजपा ने 26 व कांग्रेस ने 24, 2008 में भाजपा ने 31 व कांग्रेस ने 23, 2003 में भाजपा ने 22 और कांग्रेस ने 18 महिलाओं को विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया था। 1998 में कांग्रेस ने 12 और भाजपा ने 8 महिलाओं को पार्टी का टिकट दिया था।
46 सीटों पर महिलाएं
मुकाबले में भाजपा-कांग्रेस ने जिन सीटों पर महिलाओ को उतारा है वहां ये प्रत्याशी मुख्य मुकाबले में हैं। भाजपा ने विद्याधर नगर सेदीया कुमारी, सूरजगढ़ से संतोष अहलावत, बागीदौरा से कृष्णा कटारा, राजसमंद से दीप्ति, नागौर से ज्योति मिर्धा, मकराना से सुमित्रा भींचर, बीकानेर पूर्व से सिद्धि कुमारी, सुजानगढ़ से संतोष, लाडपुरा से कल्पना देवी, झालरापाटन से वसुंधरा राजे, के शोरायपाटन से चंद्रकांता, भोपालगढ़ से कमसा, सोजत से शोभा चौहान, राजाखेड़ा से नीरजा शर्मा, अजमेर दक्षिण से अनिता भदेल, जायल से डॉ. मंजू, अनूपगढ़ से संतोष बावरी, सादुलपुर से सुमित्रा पूनिया, कामां से नौक्षम व हिंडौन से राजकुमारी जाटव को मैदान में उतारा है।
वहीं कांग्रेस ने जोधपुर से मनीषा पंवार, ओसियां से दिव्या मदेरणा, शेरगढ़ से मीना कंवर, जालोर से रमीला मेघवाल, आहोर से सरोज चौधरी, बगरू से गंगा देवी, चौमूं से शिखा मील बराला, मालवीय नगर से अर्चना शर्मा, सिकराय से ममता भूपेश, खेतड़ी से मनीषा गुर्जर, मंडावा से रीटा चौधरी, बानसूर से शकुंतला रावत, वल्लभगढ़ से प्रीति शक्तावत, कठूमर से संजना जाटव, कुशलगढ़ से रमीला खड़िया, पुष्कर से नसीम अख्तर इंसाफ, नोखा से सुशीला डूडी, कोटा दक्षिण से राखी गौतम, किशनगंज से निर्मला सहरिया, बामनवास से इंदिरा मीणा, धौलपुर से शोभारानी कुशवाह, भोपालगढ़ से गीता बरबड़, अजमेर दक्षिण से द्रौपदी कोली, जायल से मंजू मेघवाल, अनूपगढ़ से शिमला नायक, सादुलपुर से कृष्णा पूनिया, कामां से जाहिदा खान, हिंडौन से अनिता जाटव को टिकट दिया है।
इन सीटों पर नहीं एक भी महिला प्रत्याशी
किशनपोल, जैसलमेर, भीनमाल, जालौर, सांचौर, लक्ष्मणगढ़, सीकर, गोगुंदा, उदयपुर ग्रामीण, मावली, रानीवाड़ा, डीग, मनोहरथाना, देवली, उनियारा, आसपुर, सागवाड़ा, लोहावट, लूणी, पीपल्दा, सांगोद, गंगापुर सिटी, फतेहपुर, सलूम्बर, लूणकरणसर, हिंडली, कपासन, बेगूं, चित्तौड़गढ़, निंबाहेड़ा, बड़ी सादड़ी, चूरू, सरदारशहर, लालसोट, घाटोल, बांसवाड़ा, बायतू, पचपदरा, सिवान, सिरोही, पीपवाड, मालपुरा, टोंक, चौरासी, पीलीबंगा, नोहर, भादरा, शाहपुरा, किशनगढ़, मसूदा, तिजारा, बहरोड़, रामगढ़, चौहटन, नगर, भरतपुर, आसींद, मांडन, सहाड़ा, शाहपुरा, फुलेरा, दूदू, आमेर, झोटवाड़ा, पिलानी, नवलगढ़, फलोदी, कोटा उत्तर, रामगंज मंडी, लाडनूं, डीडवाना, खींवसर, परबतसर, नावा, पाली, बाली, सुमेरपुर, धरियावद, प्रतापगढ़, भीम, कुंभलगढ़, नाथद्वारा।
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