दौसा। राजस्थान के दौसा में बीती रात भीषण सड़क हादसा हो गया। सवारियों से भरी बस ओवरब्रिज की रेलिंग तोड़ते हुए रेलवे ट्रैक के पास जा गिरी। इस दर्दनाक सड़क हादसे में 2 महिला और दो पुरूष सहित 4 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 29 लोग घायल हो गए। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई।
हादसे की सूचना पर दौसा सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। हादसा इतना दर्दनाक था कि यात्री करीब 1 घंटे तक बस में फंसे रहे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। हादसे में गंभीर घायल 7 यात्रियों को जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल रेफर किया गया है।
ढाई घंटे तक बंद रहा दिल्ली-जयपुर रेलवे ट्रैक
दौसा सदर थानाधिकारी गौरव प्रधान ने बताया कि यह हादसा नेशनल हाईवे 21 आगरा-जयपुर पर देर रात करीब 2:15 बजे हुआ। श्री कृष्णा टूर एंड ट्रैवल्स की बस हरिद्वार से उदयपुर की तरफ जा रही थी। रात करीब दो बजे ओवरब्रिज पर पहुंचते ही ड्राइवर को झपकी आ गई और बस रेलिंग तोड़ते हुए 30 फीट नीचे रेलवे ट्रैक के पास गिर गई। हादसे में चार लोगों की मौके पर मौत हो गई। वहीं 22 घायलों को दौसा के रामकरण जोशी अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि सात गंभीर घायलों को जयपुर रेफर किया गया है। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान दिल्ली-जयपुर रेल मार्ग करीब ढाई घंटे तक बंद रहा। हादसा रविवार रात करीब दो बजे दौसा के कलेक्ट्रेट के पास से गुजर रहे रेलवे ओवरब्रिज पर हुआ।
बस में मौजूद घायलों ने बताया कि महुआ के आसपास जैसे ही ट्रैवल्स बस पहुंची। उस समय ड्राइवर गाड़ी को बड़ी लापरवाही से चला रहा था। इस बात को लेकर सवारियों ने भी उसे कई बार टोका भी, लेकिन ड्राइवर ने उनकी एक बात भी नहीं और असावधानी से गाड़ी चलाता रहा। उसकी वजह से यह हादसा हो गया। जानकारी के मुताबिक, बस जैसे ही दौसा कलेक्ट्रेट चौराहे के नजदीक रेलवे ओवर ब्रिज के पास पहुंची। चालक ने बस को रेलवे और ब्रिज के किनारे स्थित दीवार पर चढ़ा दिया, जिसके कारण बस नीचे जा कूदी और पलट गई।
उधर, दुर्घटना के बारे में जानकारी मिलते ही एएसपी बजरंग सिंह शेखावत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने हादसे के बाद रेलवे अधिकारियों से बातचीत कर दिल्ली-जयपुर रेल मार्ग को बंद करवाया और घायलों को दौसा के जिला अस्पताल में भेजा गया। बस में करीब 35 से ज्यादा यात्री थे, जो हरिद्वार में अस्थि विसर्जन की क्रिया कर अपने घर लौट रहे थे।
1 घंटे तक बस में फंसे रहे यात्री…
पुलिस ने बताया कि हादसा इतना दर्दनाक था कि यात्री करीब 1 घंटे तक बस में फंसे रहे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। इस हादसे में 29 यात्री घायल हो गए। अधिकांश घायल जयपुर, टोंक और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
वहीं हादसे में चांदना परवीनी (60) निवासी नदिया पश्चिम बंगाल सहित एक महिला व 2 पुरुषों की मौत हो गई। तीन मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। जिनके शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए हैं।
हादसे में ये लोग हुए घायल…
हादसे में गुलाबचंद निवासी बड़ी चौपड़ जयपुर, लालाराम सैनी, राधा व संतरा सैनी निवासी निवाई टोंक, सोहनलाल निवासी गोनेर जयपुर, मोहम्मद कासिम निवासी अजमेर, सुनीता देवी निवासी प्रताप नगर चितौड़गढ़, ओमी देवी महावर निवासी गंगापोल जयपुर, हस्तीमल निवासी अगड़िया राजसमंद, अंकित कश्यप निवासी हरिद्वार, नंदकिशोर, गीता बाई व ललिता बाई निवासी सबलगढ़ बूंदी, साधी निवासी सोडाला जयपुर, अजयपाल सिंह निवासी दातारामगढ़ सीकर, विद्या देवी निवासी गणगौरी बाजार जयपुर, देवानंद, मोहमाया, दीपांकर निवासी मुर्शिदाबाद कोलकाता, ऊषा कोली, किशन देवी, चेल्ली निवासी जयपुर, मुंशी निवासी बंगाल, रूपनारायण निवासी जोशी कॉलोनी जयपुर, अक्षरा कुमार निवासी मालपुरा टोंक, मौसमी निवासी मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल घायल हो गए। जिनमें 7 गंभीर घायलों को जयपुर रेफर किया गया है।