ED Raid in Rajasthan: राजस्थान में आज ईडी की कार्रवाई के बाद से माहौल गर्म है। लगातार दोनों पार्टियों के द्वारा बयानबाजी की जा रही है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही ईडी ने कांग्रेस प्रत्याशी ओमप्रकाश हुड़ला के यहां पर कार्रवाई की है। ओपी हुड़ला भाजपा के टिकट के साथ ही निर्दलीय चुनाव लड़ चुके है। अब कांग्रेस ने उन्हे महवा से अपना प्रत्याशी बनाया है।
कस्टम विभाग से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ा
ओमप्रकाश हुड़ला किसान परिवार से संबध रखते है। ओमप्रकाश हुड़ला पहले कस्टम विभाग में नौकरी करते थे। पहली बार विधायक का चुनाव लड़ने से लेकर भाजपा छोड़कर निर्दलीय विधायक बनने तक के सफर में हमेशा किस्मत हुड़ला का साथ देती नजर आई।
2013 में बीजेपी, 2018 में निर्दलीय लड़े चुनाव
नौकरी से इस्तीफा देने के बाद साल 2013 में पहली बार बीजेपी के टिकट पर हुड़ला ने चुनाव लड़ा। जब वे चुनाव जीते तो मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की सरकार में संसदीय सचिव भी बने। इसके बाद साल 2018 के चुनाव में जब निर्दलीय मैदान में उतरे तो भी उन्होंने जीत हासिल की।
2023 में कांग्रेस ने बनाया प्रत्याशी
सरकार के संकट के समय निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला ने सीएम गहलोत का साथ दिया था। इसी का नतीजा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें महवा से अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
हुड़ला का भाई हुई था गिरफ्तार
स्टाफ सलेक्शन कमिशन की मल्टी टास्किंग स्टाफ (SST-MTS) भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने के आरोप में गिरफ्तार विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के भाई को पुलिस पिछले साल 26 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था। हुड़ला के भाई हरिओम मीणा पर परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी बैठाने का आरोप था।
ओम प्रकाश हुड़ला का संपत्ति
ओम प्रकाश हुड़ला की गिनती करोड़पति एमएलए में होती हैं। उनकी किसी तरह की कोई भी देनदारी नहीं है। साल 2018 विधानसभा चुनाव में दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक ओम प्रकाश हुड़ला की चल सम्पत्ति एक करोड़ 7 लाख 65 हजार से ज्यादा है। उनकी अचल सम्पत्ति दो करोड़ 36 लाख से ज्यादा है। ऐसे में उनकी कुल सम्पत्ति तीन करोड़ 43 लाख से कहीं ज्यादा है। उनके पास बैंक बैलेंस, होटल, कई मकान, पेट्रोल पंप, खेती की जमीन और पक्की जमीन भी है। उनकी पत्नी गृहणी हैं और वह खुद पोस्ट ग्रेजुएट हैं।