नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। दिल्ली-एनसीआर में रविवार शाम 4 बजकर 8 मिनट पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग आनन-फानन में अपने घरों से बाहर निकलकर आ गए। रविवार होने की वजह अधिकांश लोग घर पर ही थे। ऐसे में भूकंप के झटके महसूस होने पर दिल्ली-एनसीआर की सोसायटियों में काफी हड़कंप मच गया। लोगों सोसायटियों के कॉमन एरिया में इकट्ठा हो गए।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि शाम 4 बजकर 8 मिनट में भूकंप आया। दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम समेत पूरे एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 3.1 रिक्टर थी। भूकंप का केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद में था।
बता दें कि दो हफ्ते में ये तीसरी बार है जब दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इससे पहले 3 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस हुए थे। 2 अक्टूबर को भी दिल्ली-हरियाणा में झटके लगे थे। स्थानीय लोग दहशत में अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए थे।
फरीदाबाद रहा भूकंप का केंद्र…
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि स्थानीय समय के अनुसार शाम 4 बजकर 8 मिनट पर भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.1 मापी गई। भूकंप का केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद में था जो दिल्ली की सीमा से सटा हुआ है। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था।
क्यों आता है भूकंप?
बता दें कि मुख्य तौर पर धरती 4 परतों से बनी हुई है। जिन्हें इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल व क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किमी की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। धरती के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। लेकिन, जब ये प्लेट हिल जाती हैं, तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते है।