Anantnag Encounter : जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सेना के ऑपरेशन ऑलआउट का आज 5वां दिन है। अनंतनाग में पहाड़ी इलाके के घने जंगलों में छिपे आतंकियों की तलाश में करीब दो हजार जवान जुटे हुए है। वहीं, जासूसी कुत्ते और इस्राइली ड्रोन की मदद से भी दहशतगर्दों की तलाश की जा रही है।
दहशतगर्द अब सेना के चंगुल में बुरी तरह फंस चुके है। जिस घने जंगल में आतंकी छिपे हुए है, वहां एक तरफ खाई और दूसरी तरफ भारतीय सेना है। ऐसे में यह तो साफ है कि आतंकियों का बच पाना मुश्किल है। सेना ने आतंकियों की तलाश के लिए मंगलवार रात को ही ऑपरेशन ऑल आउट शुरू किया था, जो लगातार 5वें दिन शनिवार को भी जारी है।
आंतकियों के ठिकानों पर दागे मोर्टार
जिस इलाके में सेना का ऑपरेशन चल रहा है, वो पहाड़ी इलाका करीब 4300 किमी में फैला हुए है। ऐसे में सेना को काफी मुश्किल का भी सामना करना पड़ रहा है। जहां भी आतंकियों के छिपे होने की संभावना है, वहां मोर्टार दागे जा रहे हैं और आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया जा रहा है।
आतंकियों की हेलिकॉप्टर, ड्रोन से निगरानी
अभियान में शामिल सेना के अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों की तलाश के लिए बड़ी संख्या में जवान तैनात किए गए है। वहीं, इस्राइल में बने यूएवी ड्रोन, क्वाडकॉप्टर, बड़े हथियारों और जासूसी कुत्तों की मदद से आतंकियों की घेराबंदी की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा आतंकवादियों के छुपने वाले ठिकानों पर मोर्टार के गोले दागे जा रहे हैं।
अभियान में इसलिए हो रही थोड़ी परेशानी
अधिकारियों का कहना है कि अंनतनाग से राजौरी तक फैले पीर पंजाल के घने जंगल में दो से तीन आतंकी छिपे हुए हैं। ये इलाका ऊंचाई पर है, जिसके कारण सेना को थोड़ी परेशानी हो रही है। वरना ये ऑपरेशन पहले दिन खत्म हो जाता। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने इलाके को पूरी तरह से घेर रखा है। लेकिन, आतंकवादी घात लगाकर सेना के जवानों पर ग्रेनेड लॉन्चर्स से भी हमला बोल रहे है।
अब तक तीन जवान और एक पुलिस अधिकारी शहीद
बता दें कि भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार शाम को आतंकियों की तलाश के लिए पीर पंजाल पहाड़ी इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान आतंकियों से हुई मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी, एक जवान और एक पुलिस अधिकारी शहीद हो गए थे। इसके बाद से आतंकियों की तलाश जारी है।