वाशिंगटन। जब हम दुनिया भर में मौत के प्रमुख कारणों के बारे में सोचते हैं, तो हमारे दिमाग में सबसे पहले बंदूक हिंसा, दुर्घटनाएं, या यहां तक कि कोविड-19 भी आ सकती है हालांकि, वैश्विक स्तर पर दो और ऐसी बीमारियां हैं जिसके कारण हजारों मौतें होती हैं। इसमें कार्डीओवैस्क्यूलर डिजीज और कैंसर शामिल हैं। अमेरिका में लगभग 50 प्रतिशत मौतों के लिए ये दो बीमारियां जिम्मेदार हैं, लेकिन अब इसके लिए एक दवा ढूंढ़ ली गई है, जिससे इन लोगों को बचाया जा सकता है।
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दोनों बीमारियों में पुरानी सूजन की बड़ी भूमिका: मोटापा, स्मोकिंग, स्ट्रेस और खराब डाइट दोनों बीमारियों से जुड़े हुए हैं, लेकिन इन अलगअलग प्रतीत होने वाली स्थितियों में समान जोखिम कारक क्यों होते हैं? दरअसल, पुरानी सूजन दोनों बीमारियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एथेरोस्क्लेरोसिस में, सूजन ब्लड वेसल सेल्स को नुकसान पहुंचाती है और प्लाक को खराब कर देती है। कैंसर में, पुरानी सूजन म्यूटेशन को बढ़ाती है, और इससे शरीर का इम्यून रिस्पांस ट्यूमर को पोषण देता है।
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अलग-अलग दवा की प्रक्रिया महंगी
शोध से पता चलता है कि कैं सर के लिए बनी ये दवा एथेरोस्क्लेरोसिस में भी फायदा पहुंचा सकती है उदाहरण के लिए, मैक्रोफे ज नाम की इम्यून सेल्स को टारगेट करने वाली दवाएं एथेरोस्क्लेरोसिस में डेड सेल्स को खत्म करने के लिए उन्हें स्टिम्युलेट कर सकती हैं, जिससे प्लाक का आकार कम हो जाता है। इस दवा के भविष्य की अगर बात करें, तो कैंसर और कार्डीओवैस्क्यूलर डिजीज की दवाएं बनाना एक महंगी प्रक्रिया है, जबकि दो अलग-अलग रोग के मरीजों के लिए एक ही दवा बनाने आसान है।