जयपुर। निगम हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर (Mayor Munesh Gurjar) की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को दलाल नारायण के बाद गुरुवार को उनके पति सुशील गुर्जर का एक ऑडियो वायरल हो गया, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है कि ऑडियो में सुशील गुर्जर ही बोल रहे हैं। करीब 50 सेकेंड के इस ऑडियो में सुशील एक कांग्रेसी पार्षद से बात करते हुए कह रहे हैं कि मेयर कितनी भी अल्पमत में क्यों ना आ जाए, मुख्यमंत्री भी उन्हें नहीं हटा सकते।
ऑडियो नगर निगम हेरिटेज में मुस्लिम महापौर बनाने को लेकर चलाया गया हस्ताक्षर अभियान के समय का बताया जा रहा है। उस समय आदर्श नगर, किशनपोल और सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी पार्षदों ने मुनेश के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया था। 9 निर्दलीय पार्षदों ने भी उन्हें समर्थन दिया था।
पहले भी एक ओडियो हुआ था वायरल
इससे पहले भी एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। जिसमें पट्टा जारी करने की एवज में लेनदेन का जिक्र है। इन ऑडियो में साफ समझ आ रहा है कि कैसे निगम में काम करवाने के लिए रिश्वत ली जाती है। यही नहीं यहां कोई भी किसी दूसरे के काम में दखल भी नहीं देता।
ये बातें हुई ऑडियो में
कांग्रेसी पार्षद- हम दोनों की तरफ से आप निश्चित ही रहा करो। हम तो जहां देखते हैं, हमारे बोलने से भाभी सा का नुकसान है तो हम दोनों चुप हो जाते हैं। आप हमारी तरफ से फुल अशोयर्ड रहो इस चीज के लिए। हम दोनों कल आकर आपसे मिल लेंगे।
सुशील गुर्जर- आज शहजाद भाई भी बोल रहे थे, लेकिन मैं बता दूं यह रूल है। मैं तुम्हें दिखाऊंगा मुख्यमंत्री भी दो साल मेयर को हटा नहीं सकते हैं। चाहे वह कितना भी अल्पमत में क्यों ना आ जाए। मैं तुम्हें कॉपी भी दूंगा।
कांग्रेसी पार्षद- आप इस बारे में मत सोचो। इस बारे में मत जाओ।
सुशील गुर्जर- नहीं, वह शहजाद भाई बार-बार ब्लैकमेल कर रहे हैं।
अभी जेल में है मेयर गुर्जर के पति
बता दें कि नगर निगम हेरिटेज में घूसकांड को लेकर कुछ दिनों पहले ही महापौर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर की गिरफ्तारी हुई थी, जो अभी जेल में बंद है। एसीबी ने 4 अगस्त को मेयर मुनेश गुर्जर के घर रेड डाली थी। इस दौरान एसीबी ने मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर, दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे गिरफ्तार किया था। साथ ही मेयर के घर से 40 लाख रुपए बरामद किए थे।
सुशील गुर्जर पर पट्टे बनाने की एवज में 2 लाख रुपए की घूस मांगने का आरोप है। पति सुशील गुर्जर की गिरफ्तारी के अगले दिन ही गहलोत सरकार ने मेयर मुनेश गुर्जर को पद से बर्खास्त कर दिया था। हालांकि, कोर्ट से राहत मिलने के बाद मुनेश गुर्जन ने 24 अगस्त को फिर से पदभार ग्रहण कर लिया है।
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