जयपुर। आज के समय हर व्यक्ति का सपना लग्जरी लाइफ जीने का होता है। कई बार लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए गलत काम करने से भी नहीं कतराते है। ये लोग अपने शौक पूरे करने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते है। इसी तरह का एक मामला अलवर जिले से सामने आया है। जहां पर लग्जरी लाइफ को जीने के लिए आरोपी घरों में चोरी की घटना को अंजाम देते थे। गैंग का सरगना इन लोगों को ट्रेनिंग देता था। आपको हैरानी होगी कि इस सरगना के अंडर में 10 लोग काम करते थे।
गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अलवर के पास स्थित समोला गांव में बढ़ती चोरी की घटनाओं के बाद अरावली विहार थाना पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए दो सदस्यों में से एक कादर गैंग का सरगना बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार इस गैंग के द्वारा पिछले 6 महीनों से चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस ने कार्रवाई में एक अन्य आरोपी साहिल को भी गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में किए कई चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस के अनुसार इस गैंग में 10 से ज्यादा लोग शामिल हैं। इस गैंग का मुख्य सरगना कादर है। कादर ने अपनी गैंग में केवल गांव के लड़को को ही शामिल कर रखा था। ताकी कोई भी सूचना बाहर नहीं जा पाए। गैंग में काम करने वाले सभी सदस्यों की उम्र 18-30 साल के बीच है। कादर के द्वारा ही गैंग मे शामिल सदस्यों को ट्रेनिंग दी जाती थी। ट्रेनिंग के बाद सभी सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाती थी। कोई चोरी के लिए गाड़ी की व्यवस्था करता था तो कोई चोरी करने से पहले मकान की रैकी करने का काम करता था।
अब तक दे चुके करीब 33 घटनाओं को अंजाम
इस मामले में अलवर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि सामोला गांव के युवा लग्जरी लाइफ जीने के लिए चोरी की वारदातो को अंजाम देते थे। आरोपी छह महीनों के अंदर करीब 33 घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। यह अपनी गैंग में गांव के बेरोजगार लड़को को शामिल करते थे।
आरोपी चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद तुरंत सामान बेच देते थे। गैंग का सरगना कादर इससे पहले भी दो बार जेल जा चुका है। पुलिस गैंग के बाकि सदस्यों की तलाश में दबिश दे रही है।