कोटा। कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर राजस्थान के कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड करने का सिलसिला जारी है। कोटा में इस साल से अब तक 21 स्टूडेंट मौत को गले लगा चुके हैं। वहीं कोटा में आए दिन हो रहे स्टूडेंट्स सुसाइड केस को लेकर जिला प्रशासन ने बीते आठ साल के आंकड़े जारी किए है।
आंकड़ों के अनुसार, कोटा में 8 साल में 116 स्टूडेंट ने सुसाइड किया है। वहीं बीते आठ सालों सबसे ज्यादा इस साल आठ महीनों में सबसे ज्यादा 21 लोगों ने आत्महत्या की है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि अब तक के स्टूडेंट सुसाइड केस में सबसे ज्यादा लड़कों ने ही सुसाइड किया है। पिछले आठ महीने में 21 स्टूडेंट्स के सुसाइड में केवल एक ही छात्रा है। ऐसे में ज्यादातर लड़के की सुसाइड कर रहे है।
जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले आठ सालों में सबसे ज्यादा 21 आत्महत्या की घटनाएं दर्ज की गईं। जिनमें से 75 प्रतिशत केवल पिछले चार महीनों में हुई हैं।
बता दें कि कोटा पूरे देश में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के अभ्यर्थियों का हब है, जिससे सालाना अनुमानित रूप से 5,000 करोड़ का वार्षिक राजस्व आता है।
हर चार दिन में एक छात्र ने किया सुसाइड…
आंकड़ों से यह भी पता चला है कि इस महीने हर चार दिन में औसतन एक छात्र की मौत हुई है। मंगलवार की घटना इस महीने 13 दिनों के भीतर होने वाली चौथी ऐसी घटना थी। मंगलवार को, महावीर नगर में एक 18 वर्षीय जेईई अभ्यर्थी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली, इसके पांच दिन बाद एक और जेईई अभ्यर्थी ने अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। महावीर नगर पुलिस स्टेशन में सब इंस्पेक्टर (एसआई) परमजीत सिंह ने कहा, ‘किशोर बिहार का मूल निवासी था, जो एक साल पहले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) प्रवेश की तैयारी के लिए कोटा आया था और एक पेइंग गेस्ट में रह रहा था।’
उन्होंने यह भी कहा कि छात्र इस साल अपने दूसरे प्रयास की तैयारी कर रहा था क्योंकि वह आखिरी प्रयास में सफल नहीं हो सका था। उसके मकान मालिक ने कल रात बार-बार दरवाजा खटखटाया लेकिन जवाब नहीं देने पर दरवाजा तोड़ा गया तो वह कमरे में मृत मिला।
लॉकडाउन के 2 साल राहत से गुजरे…
आंकड़ों के मुताबिक, कोटा में 2022 में 15, 2019 में 18 छात्रों ने आत्महत्या की, जबकि 2018 में यह आंकड़ा 20, 2017 में सात, 2016 में 17 और 2015 में 18 था, जबकि 2020 और 2021 में कोई आत्महत्या नहीं हुई।
मुख्यमंत्री गहलोत ने भी जताई चिंता…
हाल में कोटा में हो रहे स्टूडेंट्स के सुसाइड पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी चिंता जाहिर करते हुए दुख जताया था। वहीं बीते शनिवार को कोटा जिला प्रशासन की ओर से बैठक कर कोचिंग संस्थानों के लिए बनाई गई गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने का भी निर्णय लिया गया था।
इस महीने सुसाइड की चौथी ऐसी घटना…
16 अगस्त को एक महावीर नगर में एक 18 वर्षीय जेईई अभ्यर्थी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इससे पहले 10 अगस्त को कोटा के जवाहर नगर में 17 वर्षीय जेईई अभ्यर्थी ने आत्महत्या कर ली थी। 4 अगस्त को, बिहार के एक अन्य 17 वर्षीय इंजीनियरिंग अभ्यर्थी ने महावीर नगर में आत्महत्या कर ली। इससे एक दिन पहले 3 अगस्त को, यूपी के एक नीट अभ्यर्थी की विज्ञान नगर में कथित तौर पर आत्महत्या से मौत हो गई थी।
8 जुलाई को यूपी के रामपुर जिले के निवासी बहादुर सिंह (17) फांसी लगाकर सुसाइड किया। दो महीने पहले ही कोटा आया था। और महावीर नगर इलाके में रहकर निजी कोचिंग से आईआईटी की तैयारी कर रहा था।
27 जून को यूपी के जोनपुर निवासी आदित्य (17) ने अपने रूम पर फांसी लगा ली। आदित्य शहर के विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में रहता था। और नीट की तैयारी कर रहा था।उसके कमरे से सुसाइड नोट भी मिला था।
27 जून को उदयपुर के सलूंबर का निवासी मेहुल वैष्णव (18) ने हॉस्टल में फांसी लगा ली। स्टूडेंट दो महीने पहले ही कोटा आया था। नीट की कोचिंग कर रहा था। शहर के विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में रहता था।
16 जून को बिहार के समस्तीपुर निवासी छात्र रोशन (21) ने अपने हॉस्टल के कमरे में सुसाइड़ कर लिया था। मृतक छात्र बिहार से पढ़ने के लिए यहां आया था और महावीर नगर इलाके में किराए पर रहता था। हाल ही में 7 मई को छात्र ने नीट यूजी 2023 की परीक्षा दी थी। 9 जून को नीट का रिजल्ट आया था, जिसमें वह फेल हो गया था। रिजल्ट वाले दिन वह सुबह दिल्ली से लौटा था। देर शाम अपने कमरे में फंदा लाकर सुसाइड कर लिया।
12 जून को महाराष्ट्र निवासी छात्र भार्गव केशव (17) ने कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। वह कोटा के जवाहरनगर थाना क्षेत्र में रहकर पिछले 2 महीने से इंजीनियरिंग (जेईई) की तैयारी कर रहा था।
7 जून को पश्चिम बंगाल के कुरोलिया निवासी परितोष कोहिरी (18) की संदिग्ध मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से मौत का कारण माना गया। परितोष कोहिरी वोकोटा में महावीर नगर इलाके में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था।
मई में भी चार स्टूडेंट ने की आत्महत्या…
24 मई को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में बिहार के नांलदा के रहने वाले आर्यन (16) ने फंदा लगाकर सुसाइड किया। वह 12वीं का छात्र था और नीट की तैयारी कर रहा था।
12 मई को बिहार के पटना निवासी नवलेश (17) ने हॉस्टल में फंदा लगाकर सुसाइड किया था। नवलेश 12वीं की पढ़ाई के साथ नीट की तैयारी कर रहा था। पुलिस को उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था।
11 मई को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के लैंडमार्क सिटी इलाके में रहने वाले धनेश कुमार (15) ने हॉस्टल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह 11वीं क्लास में पढ़ता था और साथ में NEET की तैयारी कर रहा था। मां का कॉल नहीं उठाने पर परिचित रूम पर पहुंचा तो वह फंदे से लटका हुआ था।
8 मई को विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग से 10 से माले से कूदकर एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। स्टूडेंट नासिर (22) बेंगलुरु का निवासी था। सुसाइड के एक दिन पहले जयपुर में नीट देकर आया था।
एक कोचिंग छात्रा ने किया सुसाइड…
26 अप्रैल को एमपी के सागर निवासी राशि जैन (19) ने हॉस्टल के रूम में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। मृतका राशि जैन जवाहर नगर थाना क्षेत्र में हॉस्टल में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। वह एक साल से कोटा में रहकर नीट की कोचिंग कर रही थी। छात्रा बीमार रहती थी और मानसिक तनाव में थी।
24 फरवरी को यूपी के बदायूं का रहने वाले 17 साल के अभिषेक ने फंदा लगाकर जान दे दी थी। अभिषेक दो साल से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। वह पिछले कुछ समय से कोचिंग नहीं जा रहा था और हॉस्टल से ही ऑनलाइन क्लास ले रहा था।
वहीं इससे पहले 8 फरवरी को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के लेडमार्क सिटी इलाके में बाड़मेर निवासी कृष्णा ने मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के 10वें माले से कूदकर सुसाइड कर लिया।
15 जनवरी को यूपी के प्रयागराज निवासी रणजीत (22) फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। छात्र के पास सुसाइड नोट मिला। लिखा- मैं विष्णु का अंश हूं, मैं भगवान से मिलने जा रहा हूं।
14 जनवरी को यूपी निवासी अली राजा ने सुसाइड किया। छात्र कोटा में रखकर जेईई की तैयारी कर रहा था। वह पिछले 1 महीने से कोचिंग नहीं जा रहा था।